घोड़ासहन व जितना से पांच लाख की नशीली दवा जब्त, तीन गिरफ्तार
भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में नशीली दवा के कारोबार करने वालों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस व एसएसबी की संयुक्त छापेमारी में घोड़ासहन व जितना से पांच लाख रुपये की नशीली दवा बरामद की गयी है.
मोतिहारी.भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में नशीली दवा के कारोबार करने वालों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस व एसएसबी की संयुक्त छापेमारी में घोड़ासहन व जितना से पांच लाख रुपये की नशीली दवा बरामद की गयी है. साथ ही एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. घोड़ासहन के सत्यम इंटरप्राइजेज के मालिक सुरेंद्र जायसवाल के घर से नशीली दवा की बड़ी खेप पकड़ी गयी है. उनके यहां आलमीरा, पलंग व सोफा में प्रतिबंधित दवाओं को छुपा कर रखा गया था, जिसे पुलिस ने ढूंढ़ निकाला. लाइसेंस नहीं होने के कारण दुकान को सीज कर दिया गया है.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि मौके से सुरेंद्र जायसवाल फरार हो गये. उनकी पत्नी संजु जायसवाल, पुत्र सत्यम जायसवाल सहित एक अन्य तस्कर विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया है. विकास जितना के अगरवा का रहने वाला है. उन्होंने घोड़ासहन के व्यवसायी सुरेंद्र जायसवाल के घर से 1775 पीस नारकोटिक्स व साइकोट्रोपिक ड्रग्स बरामद हुआ है. वहीं जितना अगरवा के विकास के पास से 890 पीस संदिग्ध इंजेक्शन मिला है. नशीली दवा का कारोबार वर्षों से चल रहा था. जब्त सभी दवाओं के सैंपल को जांच के लिए एफएसएल भेजा जायेगा.बताया कि व्यवसायी सुरेंद्र का पूरा परिवार नशीली दवाओं के धंधे में संलिप्त था. नशीली दवाओं को नेपाल सहित भारत के अन्य कोने-कोने में इनके द्वारा सप्लाई की जा रही थी. प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. छापेमारी में सिकरहना डीएसपी अशोक कुमार, घोड़ासहन थानाध्यक्ष अनुज कुमार पाण्डेय, जितना थानाध्यक्ष अमित कुमार, घोड़ासहन के अंचल औषधि निरीक्षक सुशील कुमार व अंचलाधिकारी आनंद कुमार के अलावा जितना थाना के ट्रेनी दारोगा विकास आनंद के साथ एसएसबी 71 वी बटालियन की टीम शामिल थी.
व्यवसायी के मकान को जब्त करेगी पुलिस
नशीली दवाओं की तस्करी से अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले घोड़ासहन के व्यवसायी सुरेंद्र जायसवाल के मकान को जब्त किया जायेगा. उनकी संपत्ति का आकलन किया जा रहा है. एसपी ने बताया कि बीएनएसएस 107 के तहत उनके मकान को जब्त किया जायेगा. उनके द्वारा मकान को तस्करी का सामान छुपाने में इस्तेमाल किया जा रहा था. जो गैरकानूनी है.
पहले विकास धराया, निशानदेही पर सफलता
जितना पुलिस ने पहले विकास को 890 पीस संदिग्ध इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने घोड़ासहन के व्यवसायी सुरेंद्र जायसवाल के नाम का खुलासा करते हुए बताया कि उनके घर में भारी मात्रा में नशीली दवा छुपा कर रखा गया है. उनके घर छापेमारी के लिए टीम गठित की गयी. पुलिस टीम ने छापेमारी कर उनके घर से भारी मात्रा में नशीली दवा बरामद किया.नेपाल में नशीली दवा संग पकड़ा गया था सुरेंद्र
बताया जाता है कि व्यवसायी सुरेंद्र जायसवाल नशीली दवा के कारोबार करने के आरोप में जेल भी जा चुका है. नेपाल में नशीली दवा के साथ उसकी गिरफ्तारी हुई थी. कई महीनों तक नेपाल जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटकर बाहर आया था. उसके बाद फिर से नशीली दवा का कारोबार करने लगा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है