रक्सौल में विकसित किया जायेगा शुष्क बंदरगाह
रक्सौल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, भागलपुर में शुष्क बंदरगाह विकसित किये जायेंगे.
रक्सौल. रक्सौल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, भागलपुर में शुष्क बंदरगाह विकसित किये जायेंगे. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केशरी ने शनिवार को बताया कि राज्य में विदेश निर्यात के तमाम अवसर उपलब्ध होने के बाद ही विदेश व्यापार और निर्यात में राज्य की हिस्सेदारी लगभग नगण्य है. राज्य से जो कुछ भी निर्यात हो रहा है, वह मुख्य रूप से पड़ोसी देश नेपाल और बंगलादेश के साथ है. इसका मुख्य कारण बिहार प्रदेश का भूभाग से घिरा प्रदेश (लैंडलॉक्ड अंडर स्टेट) होना है. इस विषय की ओर हमने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, पथ निर्माण मंत्री, अपर मुख्य सचिव, उद्योग विभाग के साथ-साथ केंद्र सरकार में केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ-साथ वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिख कर तैयार हो रहे प्रोजेक्ट में रक्सौल (पूर्वी चंपारण), मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, भागलपुर (बांका) में शुष्क बंदरगाह विकसित किये जाने का सुझाव रखा है. केशरी ने बताया कि लगातार केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष इस विषय की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए राज्य के निकटवर्ती प्रदेश जहां बंदरगाह की सुविधा उपलब्ध है, वहां पर लीज व्यवस्था के तहत अपना बंदरगाह विकसित करने और उसे राज्य के प्रमुख शहरों को द्रुतगामी पथ से जोड़े जाने का सुझाव व मांग रखता रहा है. मुख्यमंत्री ने भी इस विषय को योजना आयोग के समक्ष रखा था. पिछले दिनों सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है. इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति मिलने से बीआइए काफी हर्षित है. एसोसिएशन के अध्यक्ष केशरी ने कहा कि निश्चित रूप से रक्सौल–हल्दिया एक्सप्रेस–वे प्रोजेक्ट राज्य से विदेश निर्यात में बड़ा योगदान देगा. लेकिन उक्त प्रोजेक्ट का पूरा पूरा लाभ राज्य को तभी प्राप्त होगा जबकि राज्य के कुछ प्रमुख शहरों में जल के साथ शुष्क बंदरगाह की स्थापना की जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है