किसानों को पैक्स के माध्यम से ऋण मुहैया कराने प्रयास :अध्यक्ष
दी मोतिहारी सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक लि. मोतिहारी की वार्षिक आमसभा 2024-25 रविवार को अध्यक्ष सुदर्शन प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई.
मोतिहारी.दी मोतिहारी सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक लि. मोतिहारी की वार्षिक आमसभा 2024-25 रविवार को अध्यक्ष सुदर्शन प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई. आमसभा का शुभारंभ बैंक के उपाध्यक्ष अरूण कुमार सिंह, एमडी हरिशंकर कुमार, डायरेक्टर अमित कुमार शुक्ला, विनोद कुमार सिंह,अरविंद कुमार सिंह, उपेंद्र प्रसाद, ग्यास अंसारी, असेश्वर बैठा, वीणा देवी, इंदू देवी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. वर्चुअल रूप से आमसभा को संबोधित करते अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि निदेशक परिषद् का हमेशा से प्रयास रहा है की यह बैंक सुदृढ़ होकर जिले के कृषकों को पैक्स के माध्यम से ऋण मुहैया करा सके. इसके लिए बैंक द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड व गत वर्ष धान अधिप्राप्ति के लिए 285 करोड़ कैश क्रेडिट ऋण समितियों को उपलब्ध कराया गया. इस वर्ष भी धान अधिप्राप्ति के लिए समितियों को सीसी ऋण उपलब्ध कराया जायेगा. बैंकी की वर्त्तमान वित्तीय स्थिति की चर्चा करते कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में बैंक के हिस्सा पूंजी मद में सभी के सहयोग से 1 करोड़ 69 लाख रुपए की वृद्धि हुई है. वही गत वर्ष जमा राशि 125 करोड़ 93 लाख से घटकर 115 करोड़ हो गया है. बैंक का वित्तीय वर्ष 2022-23 में शुद्ध लाभ 38 लाख से घटकर वर्ष 2023-24 में शुद्ध हानि 01 करोड़ 35 लाख हो गया है. जो चिंता का विषय है. हानि का मुख्य कारण जमा पूंजी में ह्रास और ऋण का एनपीए होना है. कार्यक्रम का संचालन बैंक के प्रतिवेदन प्रभारी राजेश कुमार व ढ़ाका शाखा के प्रबंधक अनिल कुमार गुप्ता ने की. मौके पर बैंक के लेखा प्रबंधक निर्मल कुमार निराला, स्थापना प्रभारी सह एचएच प्रबंधक अर्पणा कुमारी, प्रबंधक विकास प्रभारी प्रवेश कुमार सहित सभी पैक्स व सब्जी सोसाइटी के अध्यक्षगण उपस्थित रहे. बैंक समृद्धि को बनेगा एक्शन प्लान
डायरेक्टर सह तिरहुत सब्जी सोसाइटी के अध्यक्ष अमित कुमार शुक्ला ने आमसभा को संबोधित करते बैंक को आर्थिक समृद्ध करने के लिए मास्टर एक्शन प्लान बनाने पर बल दिया. कहा कि बैंक के वित्तीय वर्ष में समूह बनाकर लोन देने, एक्शन प्लान बनाकर बैंक के वित्तीय स्थिति को सुधारने का काम होगा. कहा कि सिर्फ योजनाओं से बैंक नहीं चलेगा, धान से बैंक चलने वाला नहीं है. मल्टी काम से बैंक को जोड़ना पडे़ेगा, इससे समिति और बैंक दोनों समृद्ध होंगे. कहा कि बैंक के आय को बढ़ाने व एनपीए लोन की वसूली पर जोर दिया जायेगा. वही डेढ़ माह चुनाव के समय सीएमआर का भुगतान नहीं किये जाने का मामला उठाते हुए ब्याज की राशि को एडजस्ट करने की मांग की.बैंक के आर्थिक सबलता के लिए समितियों का मजबूत होना जरूरी: एमडी
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