भटहां में आरपीएफ का फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा, एक गिरफ्तार
भटहां में आरपीएफ का फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा हुआ है. यहां बेरोजगार युवकों को आरपीएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर ट्रेनिंग देकर मोटी रकम की उगाही की जा रही थी
मोतिहारी. मुफस्सिल थाने के भटहां में आरपीएफ का फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा हुआ है. यहां बेरोजगार युवकों को आरपीएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर ट्रेनिंग देकर मोटी रकम की उगाही की जा रही थी. पुलिस ने छापेमारी कर ट्रेनिंग सेंटर का भंडाफोड़ किया है. वहां से आरपीएफ की वर्दी, स्टार के अलावा एक अवैध पिस्टल, दो मैगजीन व 14 कारतूस बरामद किया गया है. ट्रेनिंग सेंटर के केयर टेकर सन्नी कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वह भटहां गांव का रहने वाला है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि मुख्य सरगना घोड़ासहन दिघा गांव का पप्पू कुमार है, जो शहर के छतौनी को-ऑपरेटिव बैंक के पास रहता है. उसने बाकायदा भटहां में कार्यालय खोल रखा था. कार्यालय में आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर का बोर्ड भी लगा था.
उन्होंने कहा कि पप्पू फरार है, उसकी गिरफ्तारी को लेकर संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. उसके दो सहयोगी सोनपुर में पकड़े गये हैं. उनके पास से बरामद मोबाइल में भटहां में संचालित आरपीएफ के फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का वीडियो व फोटो भी मिला है. सोनपुर में पकड़े गये दोनों बदमाशों की निशानदेही पर भटहां में छापेमारी की गयी. उन्होंने बताया कि मोबाइल में फर्जी ट्रेनिंग का जो वीडियो मिला है, उसमें दिख रहा है कि कुर्सी लगा बैठा युवक आरपीएफ के अधिकारी की वर्दी पहने है. सामने खड़े युवकों का इंटरव्यू ले रहा है.कहा कि यह बड़ा रैकेट है. इसके बैकवर्ड व फॉरवार्ड कनेक्शन को पुलिस खंगाल रही है. सोनपुर रेल थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. गिरफ्तार केयर टेकर सन्नी से पूछताछ चल रही है. उसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा. छापेमारी में सदर डीएसपी जितेश पांडेय के साथ मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनीष कुमार, अपर थानाध्यक्ष शशिभुषण कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान शामिल थे.
सोनपुर में दो फर्जी टिकट कलेक्टर की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
मोतिहारी. सोनपुर रेलवे स्टेशन पर चेकिंग के दौरान पहले दो फर्जी टिकट कलेक्टर को गिरफ्तार किया गया. दोनों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर सोनपुर भेजा गया था, जहां दोनों ड्यूटी भी करने लगे थे. शक के आधार पर दोनों युवकों के ज्वाइनिंग लेटर की जांच की गयी तो फर्जी पाया गया. दोनों को रेल पुलिस के कब्जे से छुड़ाने के लिए सरगना पप्पू कुमार ने अपने दो शागिर्दों को सोनपुर भेजा, जहां दोनों को भी रेल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार पैरवीकारों में डुमरियाघाट सेम्मुआपुर का दीपक तिवारी व कोटवा अमवा का सक्षम श्रीवास्तव है. सोनपुर रेल थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि दीपक व सक्षम की गिरफ्तारी के बाद भटहां में संचालित आरपीएफ के फर्जी ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा हुआ. दोनों को साथ लेकर रेल पुलिस मोतिहारी पहुंची, उसके बाद मुफस्सिल पुलिस के सहयोग से भटहां में छापेमारी की गयी. फर्जी ट्रेनिंग सेंटर को खुलवाया गया, तो कीमती सोफा के साथ टेबल व कुर्सी लगी थी. कुर्सी के पीछे आरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर का बैनर लगा था. उसी कमरे में एक अलमारी भी था. केयर टेकर सन्नी से अलमारी खुलवाया गया, तो उसमें से एक पिस्टल व 14 कारतूस मिले. साथ ही आरपीएफ अधिकारी का बैच लगी वर्दी, स्टार सहित अन्य सामान भी बरामद हुए.बेरोजगार युवकों से अब तक करोड़ों की ठगी
पुलिस ने बताया कि सरगना पप्पू कुमार बेरोजगार युवकों को आरपीएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर अब तक करोड़ों की ठगी कर चुका है. एक युवक से चार से पांच लाख रुपये लेकर उन्हें ट्रेनिंग देता था, उसके बाद फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर अलग-अलग स्टेशनों पर ड्यूटी के लिए भेज देता था. सोनपुर पुलिस के पास अब तक 30 से अधिक युवकों की लिस्ट है, जिन्हें पप्पू ने नौकरी के नाम पर ठगी की है.पप्पू के पिता पुलिस की हिरासत में, पूछताछ
पुलिस ने सरगना पप्पू के पिता को हिरासत में लिया है. उसने भी पूछताछ चल रही है. बताया जाता है कि पप्पू ने नौकरी के नाम पर बेरोजगार युवकों से मोटी उगाही कर अकूल संपत्ति अर्जित की है. उसका पटना में भी फ्लैट व प्लॉट बताया जा रहा है. पुलिस उसके बैंक अकाउंट को फ्रीज करने की कार्रवाई में जुटी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है