मोतिहारी.जिले के गांव में सहकारिता विभाग की प्रारंभिक सहकारी समितियां (पैक्स) अब किसानों को बैकिंग सुविधा मुहैया करा रही है. पैक्सों में माइक्रो एटीएम सिस्टम से बैकिंग लेनदेन की शुरुआत की गयी है. जिससे रोजाना लाखों में ट्रांजेक्शन हो रहा है. पैक्स में बैकिंग लेनदेन की सुविधा बहाल होने से किसानों को लाभ हो रहा है. वहीं जिला सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लेनदेन बढ़ने से आर्थिक सबल होने के पथ पर अग्रसर है. बताते चलें कि पूर्वी चंपारण में पहले चरण में 100 पैक्सों को माइक्रो एटीएम से आच्छादित करने की प्लानिंग है. इस कड़ी में 30 पैक्स को दी-मोतिहारी सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक के द्वारा माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराया गया है. इसके साथ ही माइक्रो एटीएम से लैस पैक्स में लेन-देन का काम आरंभ हो गया है. को-ऑपरेटिव बैंक के मैनेजर एकाउंट सह नोडल निर्मल कुमार ने बताया कि जिन पैक्सों को माइक्रो एटीएम मुहैया करायी गयी है. उनका को-ऑपरेटिव बैंक में ओवर ड्राफ्ट एकाउंट खोला गया है. वही संबंधित पैक्स बैंक को ओवर ड्राफ्ट एकाउंट से ही लेनदेन करने की मंजूरी दी गयी है. इसके अलावे बैंक के द्वारा बैंकिंग कार्य के लिए पैक्स को एक लाख रुपये व्यवसायिक कैपिटल दी गयी है. जिससे पैक्स बैकिंग लेन-देन का व्यवसाय को आगे बढ़ायेंगे. कहा कि को-ऑपरेटिव बैंक के इस योजना से गांव के किसानों को सुविधाएं मिल रही है. पैक्स को बैकिंग कार्य से लाभ भी हो रहा है.
बैंकिंग का मिल रहा लाभ
माइक्रो एटीएम सिस्टम का लाभ सीधे उन किसानों को मिल रहा है, जो पैक्सों से जुड़े हैं. सहकारिता विभाग के मुताबिक डेबिट कार्ड स्वैपिंग, आधार आधारित और बायोमैट्रिक प्रणाली से इस एटीएम से ग्रामीण अपने खाते से धनराशि निकाल सकेंगे. इस एटीएम से ग्रामीण सहकारी बैंकों के साथ ही अन्य राष्ट्रीय और निजी क्षेत्र के डेबिट कार्ड से धनराशि निकाली जा सकेंगी.
30 तरह की सेवाएं सुविधाएं
30 पैक्स में माइक्रो एटीएम के माध्यम से बैकिंग कार्य संचालित हो रहा है. गांव के किसानों को इसका लाभ मिल रहा है. शेष 70 पैक्स को माइक्रो एटीएम मशीन शीध्र दिया जायेगा. आगे सभी 409 पैक्स को माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराने की प्लानिंग है.
रामनरेश पांडेय, एमडी, को-ऑपरेटिव बैंक मोतिहारी
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