मशरूम उत्पादन के लिए प्रशिक्षित होना है आवश्यक
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को मशरूम उत्पादन क्षेत्र में प्रशिक्षित होना आवश्यक है. वह भी सरकार के किसी कृषि संस्थान के माध्यम से ट्रेंड होना जरूरी है. कम से कम दो दिवसीय प्रशिक्षण लेना आवश्यक है व इससे सबंधित प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा सहित अन्य बाते शामिल है.
मशरूम की खेती करने वाले किसान को मशरूम की झोपड़ी निर्माण के लिए अपने स्तर से पूरी पूंजी लगाने की आवश्यकता नहीं है. ब्लकि आधी पूंजी ही घर से लगानी होगी. यानी की इकाई लागत की आधी राशि जिला उधान विभाग की तरफ सब्सिडी दी जाएगी. प्रति इकाई लागत एक लाख 79 हजार रूपये है. इस पर 50 प्रतिशत राशि विभाग की ओर से अनुदान के रूप में भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन सब्सिडी राशि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद विभाग की ओर से सत्यापन करने के उपरांत ही भुगतान होगा. सब्सिडी की राशि डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी.
– 90 दिनों में निर्माण कार्य करना होगा पूरानिर्माण कार्य विभाग द्वारा कार्य आदेश मिलने के 90 दिनों के अदंर पूरा कर लेना होगा. योजना की स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन पोर्टल पर फिलवक्त नहीं खूल रहा है. बास व खर पतावार से कम लागत करना है झोपड़ी का निर्माण.
क्या कहते है अधिकारीकिसानों को मशरूम की झोपड़ी बनाने के लिए राशि दी जाएगी. इसके लिए आवेदन के आधार पर चयन किया जाएगा. अक्टूबर माह में पूरी प्रकिया पूर्ण की जाएगी.
वेद प्रकाशप्रखंड उद्यान पदाधिकारी, सदर प्रखंड, मोतिहारी