प्रसंस्कृत टमाटर की खेती कर लाल होंगे किसान
पूर्वी चंपारण के किसान प्रसंस्कृत टमाटर की खेती कर लाल होंगे. आंकड़ों के मुताबिक बिहार में प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर की खेती बहुत कम होती है.
मोतिहारी.पूर्वी चंपारण के किसान प्रसंस्कृत टमाटर की खेती कर लाल होंगे. आंकड़ों के मुताबिक बिहार में प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर की खेती बहुत कम होती है. इसको ले सरकार ने प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर की खेती की प्लानिंग की है. इस योजना के तहत बिहार के सभी जिलों में टमाटर की खेती का कलस्टर बनाने का लक्ष्य है. किसानों को प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर का पौधा मुहैया कराया जायेगा. वहीं टमाटर की बेहतर उत्पादन को ले किसानों को प्रशिक्षित करने की भी तैयारी है. सरकार द्वारा किसानों को प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर के उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक में मदद की जायेगी. किसान अपने खेतों में प्रसंस्कृत टमाटर को उपजायेंगे, सरकार की एजेंसी किसानों से उनके टमाटर उत्पाद को वर्तमान बाजार भाव पर खरीद लेगा. इस प्रसंस्कृत टमाटर खेती के कार्य योजना संचालन की जिम्मेवारी बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन योजनान्तर्गत तिरहुत सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ लिमीटेड को मिला है. तिरहुज वेजफेड के अध्यक्ष अमित कुमार शुक्ला ने कहा कि बिहार में प्रसंस्कृत टमाटर की खेती की अपार संभावनाएं हैं. इस योजना के लाभुक चयन को ले प्रखंड स्तरीय पीभीसीएस अध्यक्ष से किसानों की सूची की मांग की गयी है. प्रति पीभीसीएस में पांच एकड़ में प्रसंस्कृत किस्म की टमाटर की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए प्रति एकड़ 2 किसानों को प्रसंस्कृत टमाटर का पौधा मुहैया कराया जायेगा. कहा कि किसानों को प्रसंस्कृत टमाटर की खेती से अच्छी आमदनी होगी.
इन पांच जिले में होगी खेती
बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन योजनान्तर्गत तिरहुत सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ लिमिटेड पूर्वी चम्पारण के कार्य क्षेत्र में 8 जिले है. इनमें पूर्वी चम्पारण के अलावा पश्चिम चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, सीवान, सारण हैं. इसके अलावे वैशाली, भागलपुर, पटना, औरंगाबाद, नालंदा, भोजपुर में टमाटर की खेती होती है.इन सभी जिलों के किसान प्रसंस्कृत टमाटर की खेती की योजना से लभान्वित होंगे. कहा कि तिरहुत वेजफेड के अंतर्गत कुल प्रस्तावित पीभीसीएस की संख्या 136 एवं रजिस्टर्ड पीभीसीएस की संख्या 121 है. वही किसान सदस्यों की संख्या 16 हजार 517 हैं. प्रत्येक पीभीसीएस के दो किसान को प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर की खेती के लिए पौधा मुहैया कराया जायेगा.
सॉस, केचप व पाउडर होगा तैयार
प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर से 4 तरीके का विभिन्न उत्पाद तैयार होता है. इनमें टमाटर प्यूरी, टमाटर का केचप, सॉस एवं टमाटर का पाउडर आदि शामिल है. प्रसंस्कृत किस्म के टमाटर की खेती से किसानों को अत्यधिक आर्थिक लाभ होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है