ढाका व शिकारगंज में 54 नामजद व 600 अज्ञात पर प्राथमिकी
जहरीली गैस की चपेट में आने से हुई चार लोगों की मौत व इलाज में लापरवाही अस्पताल में हुई तोड़फोड़ व आगजनी मामले में दो और प्राथमिकी दर्ज करायी गयी हैं.
सिकरहना.ढाका नप क्षेत्र के लहन ढाका सेफ्टी टैंक का सेंटरिंग खोलने के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से हुई चार लोगों की मौत व इलाज में लापरवाही अस्पताल में हुई तोड़फोड़ व आगजनी मामले में दो और प्राथमिकी दर्ज करायी गयी हैं. एक एफआइआर ढाका बीडीओ इस्माइल अंसारी द्वारा 54 नामजद तथा 500 अज्ञात के विरुद्ध ढाका थाना में दर्ज कराया गया है . सरकारी काम में बाधा डालने तथा नजायज मजमा में शामिल लोगों की पहचान करायी गयी. वही करीब 500 लोगों की पहचान अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से करायी जा रही है. इधर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसके गुप्ता ने अपने निजी क्लीनिक सह आवास आरएस हॉस्पिटल में तोड़फोड़ एवं उपद्रव मचाने,परिसर में खड़ी वाहनों को क्षतिग्रस्त करने, कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने सहित कई अन्य आरोप लगाते हुए 100 अज्ञात लोगों के विरुद्ध शिकारगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए शनिवार को आवेदन दिया है. घटना के दूसरे दिन भी अस्पताल का ओपीडी सेवा रहा बंद
सिकरहना. अस्पताल में हुई तोड़फोड़ व आगजनी के बाद शनिवार को दूसरे दिन भी ढाका अनुमंडलीय अस्पताल का ओपीडी सेवा बंद रहा.सिर्फ आकस्मिक सेवा बहाल हो पायी है. घटना के बाद से स्थायी सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ओपीडी चालू नहीं किया जा रहा हैं.ओपीडी सेवा बाधित रहने से दूसरे दिन भी इलाज को आये मरीज वापस लौट गये.अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसके गुप्ता ने बताया कि डॉक्टरों को दौड़ा दौड़ा कर मारने,गाली गलौज करने,एएनएम हॉस्टल सहित अस्पताल में तोड़फोड़,आगजनी जैसे असुरक्षा के माहौल में डॉक्टर काम करने में हिचक रहे हैं.डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी स्थायी रूप से सुरक्षा व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. इस बावत वरीय अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.
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