मोतिहारी. बंजरिया खड़वा पुल के पास से 1.95 लाख के जाली नोट की बरामदगी में पांच तस्करों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान के बयान पर मामला दर्ज हुआ है, जिसमें जम्मू कश्मीर के अनंतनाग डॉन बॉस्को स्कूल के पास का रहने वाला सरफराज उर्फ मुजफ्फर अहमद बानी, नेपाल के वीरगंज मुरली चौक के राजेश सहनी के अलावा जाली नोट के साथ गिरफ्तार भागलपुर के मो नजरे सद्दाम, भोजपुर जिले के मो वारीस व पटना के मो जाकिर हुसैन को आरोपित किया गया है. पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपितों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पूछताछ में खुलासा किया है कि सरफराज के कहने पर जाली नोट लेने नेपाल गये थे. वहां राजेश सहनी ने तीनों को जाली नोट मुहैया कराया. नेपाल से जाली नोट लेकर तीनों अलग-अलग रास्ते से होते हुए रक्सौल पहुंचे. रक्सौल में बिना नंबर की बाइक पहले से लगी थी, जिसपर बैठ तीनों मोतिहारी के रास्ते पटना जाते. वहां से नजरे सद्दाम जाली नोट लेकर दिल्ली के रास्ते जम्मू कश्मीर पहुंचता. इससे पहले तीनों मोतिहारी में पकड़े गये. एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि अनुसंधान चल रहा है. जरूरत पड़ने पर न्यायिक हिरासत में भेजे गये तीनों तस्करों को रिमांड पर लेकर फिर पूछताछ की जायेगी. वहीं राजेश के संबंध में नेपाल पुलिस को जानकारी दी गयी है. उसकी गिरफ्तारी को लेकर नेपाल पुलिस से सहयोग मांगा गया है. सरफराज को रिमांड पर लेगी मोतिहारी पुलिस मोतिहारी. जाली नोट तस्करों के खुलासे पर मोतिहारी पुलिस ने जम्मू कश्मीर पुलिस से संपर्क किया. उसे मास्टरमाइंड सरफराज की करतूतों से अवगत कराया, जिसके बाद वहां की पुलिस ने सरफराज को धर दबोचा. उसके पकड़ने जाने की सूचना जम्मू कश्मीर पुलिस ने मोतिहारी पुलिस को दी है. बताया जाता है कि सरफराज से पूछताछ करने के लिए मोतिहारी पुलिस की टीम जम्मू कश्मीर जायेगी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि सरफराज को रिमांड पर भी लिया जायेगा. क्योंकि उसपर बंजरिया थाने में जाली नोट मामले में प्राथमिकी दर्ज है. पुलिस का कहना है कि सरफराज का पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया है. वह पाकिस्तान में बैठे भारत विरोधी गतिविधियों के शामिल लोगों के संपर्क में है, जिसके कारण उसके कहने पर पाकिस्तान से जाली नोट नेपाल पहुंच रहा था. उसके गुर्गे नेपाल से जाली नोट लेकर उस तक पहुंचा रहे थे. पूछताछ में तस्करों ने यह भी खुलासा किया है कि इससे पहले जाली नोट की तीन बड़ी खेप उनलोगों ने जम्मू कश्मीर जाकर सरफराज को दिया है. सरफराज आतंक को बढ़ावा देने में जाली नोट का उपयोग करता है. चर्चा है कि चुनाव में भी जाली नोट का इस्तेमाल किया जाना था. भारत की तमाम खुफिया व जांच एजेंसियां इस सिंडिकेट की गतिविधियों को खंगालने में लगी हैं.
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