फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी करने के मामले में नियोजन इकाई समेत शिक्षक पर प्राथमिक
फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर कई वर्षों से नौकरी करने वाली एक शिक्षिका सहित नियोजन इकाई से संबंधित लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित दफाओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
केसरिया . स्थानीय प्रखण्ड क्षेत्र में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर कई वर्षों से नौकरी करने वाली एक शिक्षिका सहित नियोजन इकाई से संबंधित लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित दफाओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उक्त प्राथमिकी निगरानी अन्वेषण ब्यूरो मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र के वरीय पुलिस उपाधीक्षक कन्हैया लाल के आवेदन पर दर्ज की गयी है. इसमें आरोपी शिक्षिका शम्मा प्रवीण, वर्ष 2023 के तत्कालीन बीडीओ अमित कुमार, तत्कालीन बीइओ बिन्दा महतो, प्रखंड प्रमुख आलिया प्रवीण व शिक्षा समिति सदस्य सह पंसस हरिकिशोर प्रसाद को आरोपित किया गया है . दर्ज एफआइआर में बताया गया है कि वर्ष 2008 में शिक्षक नियोजन में बथना की शम्मा प्रवीण का नियोजन प्राथमिक विद्यालय गाछी टोला बथना में किया गया. मामले की परिवादी बथना की सुबी खानम नियोजन काउंसिलिंग में उपस्थित थी. लेकिन नियोजन इकाई द्वारा सुबी खानम का नियोजन न करके शम्मा प्रवीण का नियोजन किया गया. जिसके विरुद्ध परिवादी ने अपीलीय प्राधिकार में अपील की. जिसके जाँच में पाया गया कि शिक्षिका शम्मा प्रवीण का अंकपत्र फर्जी है. वहीं उक्त शिक्षिका अप्रशिक्षित भी है. साथ हीं नियोजन के समय दिये गए प्रमाणपत्र में जन्म तिथि 1987 अंकीत है. वहीं वर्ष 2005 में भी उक्त शिक्षिका की नियुक्ति मध्य विद्यालय उर्दू बथना में की गई थी. जिसमें जन्मतिथि 1983 है. आरोप है कि अप्रशिक्षित शम्मा प्रवीण को वर्ष 2023 में शिक्षक के पद पर पुनः नियोजन के समय प्रखण्ड नियोजन इकाई ने मिलीभगत कर नियोजन किया. इधर इस मामले में पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई में जुट गई है.