मौजा स्तर पर होगा वंशावली व भूमि सत्यापन विशेष शिविर
पूर्वी चंपारण जिले में अन्य जिलों की तरह सर्वे को लेकर राजस्व ग्राम स्तर पर शिविर का आयोजन किया जा रहा है. शिविर लंबा चलने की संभावना है.
मोतिहारी.पूर्वी चंपारण जिले में अन्य जिलों की तरह सर्वे को लेकर राजस्व ग्राम स्तर पर शिविर का आयोजन किया जा रहा है. शिविर लंबा चलने की संभावना है. प्रथम शिविर के बाद मौजा स्तर पर विशेष सर्वेक्षण शिविर आयोजित किया जायेगा, जिसमें रैयत द्वारा प्रपत्र-2 में जमीन की विवरणी स्व अभिप्रमाणित देने के साथ वंशावली भी प्रपत्र-3 (एक) में वंशावली प्रत्येक रैयत को देना होगा. विभाग के अनुसार पंचायत सचिव का बना हुआ वंशावली पुख्ता माना जाता है. वैसे नोटरी द्वारा अभिप्रमाणित वंशावली दिया जा सकता है. विशेष शिविर सह आमसभा में वंशावली को पढ़ा जायेगा, अगर कोई आपत्ति दर्ज होता है तो उसे सुधार किया जायेगा. इसके बाद भी भूमि विवरणी, वंशावली गलत होता है तो गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. शिविर में कागजात सही होने के बाद दावा-आपत्ति आमंत्रित करने के लिए वंशावली व रैयत की भूमि की सूची प्रकाशित की जाएगी. फिर दावा-आपत्ति लेने के बाद संशोधन कर फाइनल रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी. उसके बाद सिंगल व संयुक्त पासबुक का निर्माण होगा. पासबुक बनने के बाद कोई दावा-आपत्ति नहीं ली जाएगी और ना ही कोई छेड़छाड़ होगा. पंचातय स्तर पर वंशावली बनाने के लिए रैयत स्वयं वंशावली बनाकर पंचायत सचिव से अभिप्रमाणित करा सकते है. पंचायत सचिव विशेष जानकारी के लिए मुखिया या पंचायत के अन्य प्रतिनिधियों से सही जानकारी की जांच कर सकते है.
बंजरिया अंचलाधिकारी से मांगी गयी रिपोर्ट
जिले में नगर निकाय क्षेत्र को छोड़कर 1261 राजस्व ग्राम है, लेकिन जांच के दौरान सर्वे टीम को कुल 31 मौजा वाले बंजरिया अंचल में 11 मौजा शहरी क्षेत्र मोतिहारी में पाया गया है. ऐसे में 1261 में 11 मौजा कम हो सकता है. इसके लिए बंजरिया सीओ से रिपोर्ट मांगी गयी है, जो नगर निकाय क्षेत्र में उसका विभागीय आदेश के आलोक में राजस्व ग्राम के सर्वे के बाद सर्वे किया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है