जांच में मानक व गुणवत्ता में मिली भारी गड़बड़ी

नगर निगम के विकास कार्य योजनाओं का गुणवत्तापूर्ण निर्माण नहीं करने वाले संवेदक की अब खैर नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 10, 2024 10:24 PM

मोतिहारी.नगर निगम के विकास कार्य योजनाओं का गुणवत्तापूर्ण निर्माण नहीं करने वाले संवेदक की अब खैर नहीं है. सड़क, नाला, भवन आदि योजना में तय मानक के अनुरूप निर्माण नहीं करा सरकारी राशि को चुना लगाने वाले संवेदक बख्शे नहीं जायेंगे. निगम प्रशासन निर्माण कार्य की गुणवत्ता व तय मानक का सख्ती से जांच पड़ताल कर रहा है. निगम प्रशासन की इस कार्रवाई में सड़क निर्माण कार्य में भारी पैमाने पर गड़बड़ी सामने आयी है. बुधवार को नगर आयुक्त सौरभ सुमन यादव ने शहर के वार्ड 42 में हरिहर राय के घर से प्रभु साह के घर तक व उपेन्द्र साह के घर से विजय यादव के जमीन तक पीसीसी सड़क निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण किया. इस दौरान नगर विकास प्रमंडल के सहायक अभियंता गुंजा कुमारी, कृष्णनंदन ठाकुर, विश्वजीत कुमार, नगर निगम के कनीय अभियंता मोहम्मद कासिम अंसारी, कुंदन कुमार भी उपस्थित थे. निरीक्षण के क्रम में सड़क का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं पाया गया. जांच में पीसीसी सड़क की ढलाई दो इंच करने व निर्माण कार्य में घटिया सामाग्री का उपयोग की बात सामने आयी. जिस कारण पथ कई जगहों पर अभी ही टूट रहा है. जांच में कई जगहों पर पीसीसी पथ क्षतिग्रस्त पाया गया है. जिसपर त्वरित एक्शन लेते हुए नगर आयुक्त ने पीसीसी निर्माण सड़क को तोड़ कर फिर से निर्माण करने का निर्देश संवेदक को दिया है. नगर आयुक्त ने कहा कि संवेदक को उक्त पथ को तोड़कर कनीय अभियंता व सहायक अभियंता के पर्यवेक्षण में मानक के अनुसार सामाग्रियों का उपयोग करते हुए पुनः दुबारा निर्माण कार्य करने का निर्देश दिया गया है. वही आदेश की अवहेलना किये जाने पर संवेदक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.

48 लाख की है पीसीसी सड़क निर्माण योजना

शहर के वार्ड 42 में हरिहर राय के घर से प्रभु साह के घर तक व उपेंद्र साह के घर से विजय यादव के जमीन तक 48 लाख की लागत से पीसीसी सड़क निर्माण की योजना है. योजना का कार्य एजेंसी बगहा दीपही धरहरवा बेलवा सर्किल पूर्वी चंपारण का संवेदक शांतनु कुमार है. बताया जाता है कि लगभग पीसीसी सड़क का आधा से अधिक निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. ऐसे में पीसीसी निर्माण के जांच में जो गड़बड़ी सामने आयी है, यह अभियंत्रण सेल के जिम्मेवार पदाधिकारी की जवाबदेही पर भी सवाल खड़े हो रहे है. जो जांच का विषय है. क्यों की योजनाओं के निर्माण के दौरान कनीय अभियंता व समय-समय पर सहायक अभियंता का साइड निरीक्षण के साथ निर्माण का मानक व गुणवत्ता का पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी होती है.

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