चकिया.प्रखंड के बरैठा गांव स्थित भगवती मंदिर पर आयोजित श्री श्री 1008 श्री हनुमत महायज्ञ सह शिवशक्ति प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ के लिए शनिवार को विशाल कलशयात्रा निकाली गयी. कलशयात्रा में काफी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने बाराघाट स्थित बूढ़ी गंडक नदी से जलबोझी की. इस दौरान चकिया बड़ा बाजार स्थित महावीर मंदिर के पास श्रद्धालुओं के लिए शर्बत व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गयी थी. यज्ञाचार्य आशुतोष कुमार द्विवेदी व सोनू कुमार पाठक ने बताया कि बजरंगबली कलयुग में सबसे लोकप्रिय देवताओं में एक है. हनुमान इतने सिद्ध थे कि उनकी आवश्यकता श्रीराम तथा श्रीकृष्ण को भी पड़ी थी. मां सीता की खोज से लेकर रावण वध तक श्री हनुमान ने भगवान श्री राम की सहायता की थी तो वहीं महाभारत में भी हनुमान जी के पराक्रम की की गाथाएं मिलती हैं. शनिवार को जलयात्रा से आरंभ हुए इस महायज्ञ में रविवार को अरणी-मंथन किया जाएगा. इसके साथ ही हनुमान जी महाराज व शिवशक्ति परिवार की प्रतिमाओं का अधिवास किया जाएगा. यज्ञ के दौरान वृन्दावन से पधारे कथावाचक द्वारा भागवत कथा का वाचन किया जाएगा. महायज्ञ की पूर्णाहुति 12 जुलाई को होगी. महायज्ञ का संपादन आशीष मिश्रा, रवि पांडे, उज्जवल तिवारी, बिपुल तिवारी, अम्बर पांडे आदि द्वारा किया जाएगा. मौके पर कृष्ण कुमार बुलियन, विजय कुमार गुप्ता उर्फ विजय श्री, रोहित सिंह, रामचंद्र प्रसाद,पवन कुमार,रवि कुमार, कुणाल कुमार सहित काफी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे.
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