मोतिहारी. राजस्व व भूमि सुधार मंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने सर्वे पर बड़ा खुलासा किया है. कहा है कि सर्वे को लेकर डरने की जरूरत नहीं है. जिसका कब्जा जिस जमीन पर है और ऑनलाइन लगान रसीद कट रहा है, तो जमीन उसी की रहेगी. उन्होंने कहा िक सर्वे टीम को रसीद के अलावा कोई दूसरा कागजात दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अगर बंटवारा नहीं हुआ है और जमीन पूर्वज यानी दादा-परदादा के नाम है, तो आपसी सहमति से वंशावली बना लें. कागजात जमा करें. इस पर किसी तरह का कोई विवाद नहीं होगा. डॉ. जायसवाल पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद राधामोहन सिंह के 75 वें जन्मदिन समारोह में भाग लेने के क्रम में परिसदन में पत्रकारों से रविवार की रात में बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जमीन से संबंधित कोर्ट में मामला चल रहा है तो वैसी जमीन को सर्वे के प्रथम चरण में अलग रखने का निर्देश दिया गया है. वैसे मामले का समाधान प्रथम चरण के बाद किया जाएगा. उन्होंने अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि किसान व दूसरे प्रदेशों में रहकर कार्य करने वाले लोगों को डरने की बात नहीं है. उनकी जमीन पूरी तरह सुरक्षित है. इससे सूबे में बढ़ रहे जमीन विवादों पर अंकुश लगेगा. जिस रैयत की जमीन है वह सुरक्षित रहेगी. उन्होंने सांसद राधामोहन सिंह के सांगठनिक क्षमता व कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि इनसे आज भी हम सबों को सीख लेने की जरूरत है. अगर उनकी तरह हम सभी कार्यकर्ता सांगठनिक क्षमता में मजबूत हों जाएं, तो भारतीय जनता पार्टी का परचम हमेशा लहराता रहेगा. मौके पर मंत्री कृष्णानंदन पासवान, जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, विधायक प्रमोद कुमार, श्यामबाबू यादव, सुनिल मणी तिवारी, पूर्व विधायक सचिन्द्र सिंह, पूर्व जिप अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता, महामंत्री मार्तंड नारायण सिंह, उप मेयर डॉ. लालबाबू प्रसाद, मोहबुल हक, पूर्व प्रमुख अनिल राय सहित अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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