हरसिद्धि . प्रखंड क्षेत्र में लगातार बढ़ रही तापमान के कारण आम जनजीवन अस्त–व्यस्त दिख रहा है. साथ ही, खेतों में लगे मक्के, गन्ने की फसल सूख रही है. किसानों के द्वारा लगातार अपने मक्का व गन्ने की फसल में पानी का पटवन किया जा रहा है, परंतु फसल को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलने के कारण फसल सूख रहे हैं. अधिकांश देखने को मिल रहा है कि जितने भी मक्के फरवरी प्लांट में लगे हैं, उनकी स्थिति सुख कर दयनीय हो चुकी है. मक्के की फसल ऊपर से सुखना शुरू कर दिया है. किसान करे तो क्या करें अपने फसल को कैसे सुरक्षित रखें इसकी सोच में डूबे हुए हैं. अनुभवी किसानों का कहना है कि लगभग अक्टूबर 2023 से अभी तक पर्याप्त मात्रा में बारिस नहीं हुई है, जिसके कारण खेतों में नमी की कमी आ चुकी है. तापमान बढ़ने के कारण वाटर लेवल नीचे चला गया है, जिससे इसका असर फसल पर दिख रहा है. किसान दिन–रात एक कर अपने मक्का और गन्ने की खेती को सिंचाई कर रहे हैं, जब तक वर्षा नहीं होती है तब तक किसानों के सामने फसल को बचाना एक चुनौती भरा समय होगा. वहीं दिन में पछुआ हवा के कारण बिजली विभाग के द्वारा बिजली को काट दिया जा रहा है, जिससे किसान अपने खेतों में पानी समय अनुसार नहीं दे पा रहे हैं. तापमान 42 से 44 डिग्री तक पहुंच गया है, इसका असर जनमानस एवं फसल पर दिख रहा है. बढ़ते तापमान के कारण माल मवेशी को भी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग के द्वारा 30 अप्रैल के बाद मौसम सामान्य होने की बात बताई जा रही है. मौसम विभाग के द्वारा दिए गए सूचना के आधार पर लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है. किसान बढ़ते तापमान में भी अपने फसल को बचाने के लिए प्रयास में लगे हुए हैं. कहीं-कहीं देखने को मिल रहा है कि मक्के की फसल में दाने नहीं आ रहे हैं. मक्के की बाली में ना मात्र का दाना आया है जिससे किसानों में खलबली मच गया है.
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