मोतिहारी में थानाध्यक्ष पर सनकी जवान ने तानी पिस्टल, जान बचाकर थाने से भागे पुलिसकर्मी
मोतिहारी में आशीष को थाने में प्रतिनियुक्त एक पुलिसकर्मी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया. उसके बाद उसने थाना परिसर में ही हंगामा खड़ा कर दिया. पहले तो उसने पिस्टल निकाल सहयोगी जवान पंकज कुमार, राजेश कुमार सहित अन्य पर फायरिंग कर दी..
मोतिहारी में एक सनकी जवान ने शुक्रवार रात जमकर उत्पात मचाया. उसने थानाध्यक्ष पर ही पिस्टल तान दी. उसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. उसके सनक मिजाज को देख सभी पुलिसकर्मी जान बचा थाना से भागे. सनकी जवान ने सड़क पर आकर राहगीरों को भी पिस्टल का भय दिखाया. उनके साथ गाली गलौज की. आशीष तिवारी पिपराकोठी थाने के पैंथर मोबाइल में प्रतिनियुक्त है.
उत्पात मचाने के बाद वह एक घर में आकर खुद को बंद कर लिया. रात करीब एक बजे से लेकर शुक्रवार को शाम तक पुलिस उसे काबू में नहीं कर पायी. पुलिस के वरीय अधिकारियों ने पहुंच उसे आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी. उसको काबू में करने के लिए पुलिस पदाधिकारी लगे रहे, उन्हें सफलता नहीं मिली. शाम में लगभग छह बजे उसके मोमेंट को शांत देख पुलिसकर्मी उसके आवास की तरफ गये, तो देखा कि पिस्टल छोड़ कर भाग निकला है.
ये भी पढ़ें.. Cabinet Decisions: बिहटा एयरपोर्ट के विकास के लिए केंद्र की मिली मंजूरी, 1413 करोड़ रुपये होंगे खर्च
एक पुलिसकर्मी से विवाद हो गया था
बताया जाता है कि आशीष को थाने में प्रतिनियुक्त एक पुलिसकर्मी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया. उसके बाद उसने थाना परिसर में ही हंगामा खड़ा कर दिया. पहले तो उसने पिस्टल निकाल सहयोगी जवान पंकज कुमार, राजेश कुमार सहित अन्य पर फायरिंग की, लेकिन उसकी पिस्टल में गोली ही नहीं थी. उसने पिस्टल में मैगजीन की गोली लोड कर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. उत्पात मचाने के बाद जब वह कमरे में खुद को कैद कर लिया, तो घंटाें तक पुलिस पदाधिकारी बाहर में कुर्सी लगा डट गये. आत्मसमर्पण के लिए उसपर दबाव बनाया, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी. सदर डीएसपी 2 जितेश कुमार पांडेय सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान उसके आवास के बाहर कैंप कर रहे थे.
उसके आवास की तरफ आम लोगों के जान पर रहा प्रतिबंध
पुलिस ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की तरफ जवान के आवासीय मकान की ओर आम लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया था. सनकी जवान अपने हाथ में लोडेड पिस्टल लेकर कमरे से बाहर निकला था. उसकी नजर जिस पर भी पड़ रही थी, उसपर पिस्टल तान दे रहा था. इस डर से की वह किसी को गोली नहीं मार दे, इसके लिए उस रास्ते आम लोगों के आने-जाने पर पुलिस ने प्रतिबंध लगा दिया था.
थाने पर एक जवान से विवाद के बाद सनकी आशीष ने उत्पात मचाया. उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. उसे निलंबित करने के लिए वरीय अधिकारियों को लिखा गया है. उसके विरुद्ध कठोर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. जितेश कुमार पांडेय, सदर डीएसपी-2
फौज में दो साल नौकरी के बाद बिहार पुलिस में भर्ती हुआ है आशीष
मोतिहारी के पिपराकोठी थाने में उत्पात मचाने वाला सनकी जवान आशीष तिवारी पहले फौज में नौकरी करता था. दो साल तक फौज में नौकरी के बाद उसकी बहाली बिहारी पुलिस में हुई. बताया जाता है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है. इससे पहले भी वह जब हरपुर थाना में पदस्थापित था, तो उसने एक जमादार को पटककर पीटा था. इसको लेकर उसे निलंबित भी किया गया था. इतना ही नहीं आर्म्स गार्ड में ड्यूटी पर भी रोक लगायी गयी थी.
सरकारी पिस्टल कहां से आयी ?
निलंबन मुक्त होने के बाद उसकी प्रतिनियुक्ति पिपराकोठी थाने में की गयी. अब सवाल यह उठता है कि आर्म्स गार्ड में ड्यूटी पर रोक लगायी गयी थी, तो उसके पास सरकारी पिस्टल कहां से आयी. जिस पिस्टल से उसने थानाध्यक्ष व अन्य पुलिसकर्मियों के ऊपर फायरिंग की, वह सरकारी है. एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि सिपाही अनुशासनहीनता की है. उसपर कठोर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी. यह गंभीर मामला है.