Navratri 2024: मोतिहारी. शारदीय नवरात्र के दौरान शहरवासियों को देश के नामचीन मंदिरों के स्वरूप जैसा पंडाल देखने को मिलेगा. इन पंडालों में वैष्ण देवी, अक्षर धाम, कृष्ण मंदिर, बेलुर मठ, कोलकता का काली मंदिर आदि शामिल है. बताया जाता है कि शारदीय नवरात्र को लेकर कारीगर पंडाल निर्माण कार्य में युद्ध स्तर से जुड़ गये है. शहर के कचहरी चौक पर पत्थर की मूर्तियां स्थापित है, वहां पत्थर का ही गेट बना हुआ है, सिर्फ लाइटिंग आदि किया जा रहा है.
पंडाल हुए सजधजकर तैयार
राजा बाजार में कोलकता के काली मंदिर के स्वरूप का पंडाल का निर्माण किया जा रहा है, जबकि रघुनाथपुर में कोलकता के विक्टोरिया हॉल का स्वरूप दिया जा रहा है. वहीं नगर भवन के समीप वैष्ण देवी मंदिर का स्वरूप, छतौनी में अक्षर धाम मंदिर का स्वरूप, बरियारपुर में कोलकता के कृष्ण मंदिर का स्वरूप प्रदान किया जा रहा है, जबकि ज्ञानबाबू चौक के अतिरिक्त सपही देवी मंदिर, चांदमारी दुर्गा मंदिर में भी पंडालों का निर्माण किया जा रहा है.
भक्तों ने किया मां के तीसरे स्वरूप की स्तुति
शारदीय नवरात्र को ले भगवती के तीसरे रूप चंद्रघंटा देवी की पूजा-अर्चना की गयी. इनके उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है. वहीं भक्तों ने रविवार को मां के चौथे स्वरूप मां कृष्णमांडा की पूजा-अर्चना करेंगे. इनके अराधना से प्रेत-बाधादि से रक्षा होती है.
बेतिया में सजधजकर तैयर हुए पंडाल
नवरात्रि पूजा को लेकर नगर समेत ग्रामीण क्षेत्र में तैयारी अपने अंतिम चरण पर पहुंच गयी है. कई जगहों पर पंडाल को सजा दिया गया है. आधुनिक साज सज्जा से कारीगर दिन रात एक कर नगर के पंडालों का निर्माण कर रहे है. पूर्व की अपेक्षा इस बार नए अंदाज में नगर के पंडाल सजे दिखेंगे. इस वजह से देवी प्रतिमाओं के निर्माण भी अंतिम चरण में है. कारीगर प्रतिमाओं को एक नया लुक देने के प्रयास में है. इसके साथ ही गोबर्धना थाना क्षेत्र के डुमरी, सखुआनी, बनकटवा में भी दशहरा पंडाल सजेगा.
नगर में संस्कृत पाठशाला, बेला गोला, शिव मंदिर के पास और स्टेशन के समीप निर्माण कार्य जारी है. पूजा समिति के कार्यकर्ता की देखरेख में इन जगहों पर निर्माण कार्य जारी है. संस्कृत पाठशाला स्थित पूजा समिति के सदस्य द्वारा दिन भर पंडाल का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. इस संबंध में अध्यक्ष आनंद सिंह ने बताया कि उपाध्यक्ष मनोज अग्रवाल, महामंत्री मयूरसेन यादव, कोषाध्यक्ष अमित गांगुली, सचिव विनय श्रीवास्तव, यजमान गोल्डी बैठा के साथ आचार्य दिनेश शुक्ला, पुजारी राधेश्याम त्रिपाठी, निधिकांत त्रिपाठी, रिंकू श्रीवास्तव, पंकज कुमार, नथु पटेल, ललन कुमार आदि के सहयोग से पूजन कार्य चल रहा है.