मोतिहारी.नये सत्र से छह साल तक के बच्चों की प्री प्राइमरी की पढ़ाई अब आंगनबाड़ी केन्द्रों पर होगी. यही शिक्षा की बुनियादी जानकारी दी जाएगी, इसके बाद बच्चों को सीधा कक्षा एक में दाखिला मिलेगा. आंगनबाड़ी के सभी बच्चे कक्षा एक में नामांकन ले, इसके लिए सभी केन्द्र को प्राथमिक विद्यालय से टैग किया गया है. अभी जिले में करीब 50 प्रतिशत केंद्रों को स्कूल से टैग किया गया है. यूनिसेफ की एक सर्वे की माने तो छह वर्ष तक ही किसी बच्चे का पूरा मानसिक विकास होता है. इस उम्र के बच्चे में सबसे ज्यादा सीखने की प्रवृत्ति होती है. इसे ध्यान पर रख कर नई शिक्षा नीति में आंगनबाड़ी केन्द्र को अब फोकस किया जाएगा. जिससे इन केद्रों पर पढ़ने वाले बच्चे अब ड्रापआउट नहीं हो और प्राथमिक स्कूल में नामांकित हो, इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्राथमिक स्कूल से टैग किया गया है. हर वर्ष करीब 15 से 20 प्रतिशत बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र से निकलने के बाद स्कूल नहीं जा पाते थे.
नई शिक्षा नीति में रखी गयी है अलग अलग आधारशिला पाठ्यक्रम
आईसीडीएस ने प्रथम संस्था के साथ नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के लिए प्री प्राइमरी का पाठ्यक्रम भी तैयार किया है. इसमें एक से तीन वर्ष के बच्चों के लिए आधारशिला पाठ्यक्रम तैयार किया गया है. चार से छह वर्ष तक के लिए नवचेतना सिलेबस है. इसे अप्रैल 2025 से हर आंगनबाड़ी केंद्र में लागू किया जाएगा. नये सत्र अप्रैल 2025 से आंगनबाड़ी से निकले सभी बच्चे प्राथमिक स्कूल में नामांकित होंगे.
क्या कहते हैं अधिकारी
नई शिक्षा नीति के तहत यह लागू हुआ है. जहां से बच्चे आंगनबाड़ी से पढ़ाई कर प्राथमिक स्कूल में नामांकित हो जाएगे. इसके लिए सीडीपीओ को निर्देश दिया गया है, की जितने बच्चे केन्द्र पर पढ़ाई कर उन सभी का नामांकन प्राथमिक में हो कोई वंचित नहीं रह पाएं.कविता कुमारी, आईसीडीएस, डीपीओ पूर्वी चंपारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है