मोतिहारी.पूर्वी चंपारण के कटहां से पश्चिमी चंपारण के चनपटिया तक बूढ़ी गंडक नदी पर बन रहे बॉंध का विरोध तेज हो गया है. पहली बार शहर के पत्रकार भवन में बिहार सरकार के मंत्री, विधायक, एमएलसी और पूर्व मंत्री सहित दर्जनभर जनप्रतिनिधि सैकड़ों किसानों के साथ जुटे रहे. पूर्व मंत्री और भाजपा नेता रामचंद्र सहनी, नरकटिया विधायक डॉ. शमीम अहमद, एमएलसी महेश्वर सिंह, राजद विधायक मनोज कुमार यादव, जिला परिषद उपाध्यक्ष अखिलेश्वर यादव और अन्य जनप्रतिनिधियों ने बॉंध का विरोध करते हुए कहा कि इसके बनने से सुगौली और बंजरिया ब्लॉक के करीब 200 गांव डूब जाएंगे.
ग्रामीणों की यह हैआपत्ति
मधुमालती गांव के सामाजिक कार्यकर्ता मनोज यादव ने बताया कि बॉंध बनने से दक्षिणी छपरा बहास, उत्तरी छपरा बहास, सेमरा, पूर्वी और पश्चिमी पचरुखा सहित सैकड़ों गांव प्रभावित होंगे. ग्रामीणों ने बॉंध को गंडक नदी पर न बनाकर पश्चिम चंपारण के चनपटिया में मसान नदी पर बनाने का सुझाव दिया है.
विधानसभा में उठेगी आवाज
एमएलसी महेश्वर सिंह, विधायक मनोज कुमार यादव और डॉ. शमीम अहमद ने कहा कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाएंगे. सरकार से इस जनविरोध को गंभीरता से लेने और बांध की दिशा बदलने की मांग की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है