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चुनरी, मिठाई, पान व फूल चढ़ाकर पशु कल्याण में सहभागी बनें

नेपाल के बारा जिला कलैया विश्वप्रसिद्ध गढ़ी माई मेला आगामी मार्गशीर्ष माह में आयोजित होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 3, 2024 10:45 PM

रक्सौल.नेपाल के बारा जिला कलैया विश्वप्रसिद्ध गढ़ी माई मेला आगामी मार्गशीर्ष माह में आयोजित होगा. जिसमें सात्विक पूजा एवं मंदिर निर्माण व विकास के लिए भारत-नेपाल के संचारकर्मियों की भूमिका को बारा जिला मुख्यालय के कलैया में लेकर बैठक हुई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पशु कल्याण महासंघ तथा स्नेहा केयर की अध्यक्ष स्नेहा श्रेष्ठ ने की. कार्यक्रम के दौरान महागढ़ीमाई नगरपालिका के प्रभारी प्रशासकीय प्रमुख विजय कुशवाहा, नेपाल पत्रकार महासंघ बारा कार्यसमिति सदस्य नरेश गुप्ता, गढ़ी माई मंदिर संचालन विकास समिति के अध्यक्ष रामचंद्र साह, नेपाल पूर्व राज्यमंत्री कलावती पासवान सहित विभिन्न अतिथियों ने अपना विचार व्यक्त किए. जिसमें बताया गया कि विश्व में नेपाल के बारा जिला गढ़ी माई पंचवर्षीय मेला प्रख्यात है. इस मेला में नेपाल एवं भारत के विभिन्न जिलों से लोग पहुंचते है. जो मनोकामना पूरी होने पर मां के दरबार में पहुंची हाजिरी लगाते हैं. यह मेला पशु पंक्षियों की बलि के लिए विश्व प्रसिद्ध है. कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि पशु बलि की जगह निर्धारित राशि मंदिर निर्माण एवं विकास के लिए दान देकर अपनी मन्नतों की पूर्ति माता के दरबार में कर सकते है. साथ ही शाकाहारी प्रसाद, चुनरी, मिठाई, पान फूल चढ़ाकर पशु कल्याण में सहभागी बन सकते है. इसके लिए जन चेतना अभियान चलाकर लोगों को जागरुक किया जाएगा. गढ़ी माई मेला भारत-नेपाल के लोगों के लिए आस्था का केंद्र बिंदू है. यहां प्रत्येक पांच साल पर विश्व विख्यात मेला लगता है. कार्यक्रम का संचालन पत्रकार नरेश गुप्ता कर रहे थे. हालांकि वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि गढ़ीमाई के प्रति लोगों में अपार श्रद्धा है, लोग मन्नत पूरी होने पर ही मंदिर में किसी प्रकार का चढ़ावा चढ़ाते है, यह आस्था का विषय है.

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