मोतिहारी.जिले के ढाका व चकिया ग्रिड में विद्युत लोड बढ़ने व पकड़ीदयाल ग्रिड में मात्र 10 मेगावाट का लोड होने के कारण अब पताही व मधुबन उपकेंद्र को पकड़ीदयाल से जोड़ा जायेगा. विभाग द्वारा इस कार्य को मार्च तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है, जिस पर करीब चार से पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसकी स्वीकृति मिल चुकी है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में ढाका ग्रिड से 80 मेगावाट की लोड है, जहां से पताही को बिजली आपूर्ति हो रही है, जबकि पकड़ीदयाल ग्रिड की क्षमता 40 मेगावाट है, जबकि खपत दस मेगावाट हो रही है. वहीं मधुबन को चकिया के 33 लाइन से टैप कर बिजली दी जा रही है. ऐसे में पताही को ढाका से अलग किये जाने की स्थिति में ढाका ग्रिड पर 10 से 15 मेगावाट लोड क्षमता घटेगी, जिससे ढाका ग्रिड से जुड़े अन्य इलाकों में बिजली आपूर्ति समान्य हो पायेगी. वहीं मधुबन में भी दस से 12 मेगावाट की खपत है, जिसे पकड़ीदयाल से जोड़ने पर कुल खपत 25 से 30 मेगावाट हो रही है. ऐसे में पकड़ीदयाल, पताही व मधुबन उपकेंद्र से जुड़े बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, जहां अनवरत बिजली आपूर्ति की जाएगी. दीपावली पर होगी निर्वाध बिजली आपूर्ति दशहरा पर्व की तरह दीपावली व छठ के मौके पर उपभोक्ताओं को निर्वाध बिजली मिलेगी, जिसको लेकर विभागीय स्तर पर फाल्ट को ठीक किया जा रहा है. जहां भी बिजली के तार पर पेड़ की डालियां हैं उसे काटा जा रहा है. बिजली की कोई कमी नहीं है. गर्मी के मौसम में इस वर्ष 360 मेगावाट की खपत हो रही थी, जो घटकर अब 260 मेगावाट जिले में रह गयी है. क्या कहते हैं अधिकारी पकड़ीदयाल से पताही व मधुबन उपकेंद्र को जोड़ने की स्वीकृति विभाग से मिल चुकी है. कार्य टेंडर प्रक्रिया में है. दोनों उपकेंद्र के जुड़ जाने से ढाका व चकिया ग्रिड में लोड घटेगी और पकड़ीदयाल ग्रिड में क्षमता के अनुसार लोड मिलेगा. मार्च 2025 तक कार्य पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है. गौतम गोविंदा,अधीक्षण अभियंता, मोतिहारी
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