मोतिहारी. सदर अस्पताल के ओपीडी स्थित दवा वितरण केंद्र में बिना ड्रेस कोड एवं बैच पहने व्यक्तियों द्वारा दवा का वितरण किया जाता है, जिसके कारण कई बार मरीजों के परिजनों एवं दवा वितरण केंद्र में काम करने वाले व्यक्तियों के बीच तू-तू, मैं-मैं कि स्थिति उत्पन्न हो जाती है. यह तो गनीमत कहिए कि वहां दो-तीन सिक्यूरिटी गार्ड तैनात रहते हैं, जिसके कारण मामला शांत हो जाता है. शनिवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. दवा के लिए मरीज के परिजनों की काफी भीड़ रही. भीड़ के साथ गर्मी भी अपने प्रकाष्ठा पर था. ओपीडी में लगे पंखे से काम नहीं चल रहा था. उसमें मरीज के परिजन भीड़ के कारण काफी मशक्कत के बाद काउंटर पर दवा के लिए पहुंचते हैं, तो अंदर से बताया जाता है कि कंप्यूटर पर चढ़वा कर आइये, तब आपको दवा मिलेगी. फिर वहां घंटों मशक्कत के बाद कंप्यूटर पर दवा आदि अंकित किया जाता है, फिर घंटों बाद बताया जाता है कि अमूक दवा है, अमुक दवा नहीं है, बाहर से खरीद लीजिए. इस परेशानी के बाद मरीज के परिजन झल्ला जाते हैं और अंदर काम कर रहे कर्मचारी पूर्जा फेंक देता है. इसको ले झगड़ा-झंझट होने लगता है. लाेगों का कहना है कि इस तरह का झगड़ा-फजीहत रोज-रोज होते हैं. वहां मौजूद नथूनी बैठा जानपुल, जीवन हजरा बरियारपुर, रामदेनी हजरा बरियारपुर, विष्णु पासवान रघुनाथपुर व अंबिका नगर की महिला कुंती देवी ने अस्पताल प्रबंधक से इसकी शिकायत की. इधर अस्पताल प्रबंधक कौशल कुमार दुबे ने बताया कि यह बाते अभी संज्ञान में आया है. मामले की जांच कर उसमें कार्यरत लोगों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
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