शहर में बढ़े मच्छर के प्रकोप से लोग परेशान
गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. उमस भरी गर्मी के बीच मच्छर के प्रकोप से लोग परेशान है.
मोतिहारी.गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. उमस भरी गर्मी के बीच मच्छर के प्रकोप से लोग परेशान है. शाम ढलते ही मच्छरों का आक्रमण बढ़ जाता है. गली-मोहल्ला से लेकर रेलवे स्टेशन, अस्पताल परिसर सहित तमाम जगहों पर मच्छर लग रहे हैं. जबकि इसको लेकर नगर निगम प्रशासन सुस्त पड़ा है. पिछले चार माह से शहर में फॉगिंग बंद है. दीपावली व छठ पर्व के दौरान निगम ने शहर में फॉगिंग किया, इसके बाद से फॉगिंग ठप है. निगम के पास संसाधन का अभाव भी नहीं है. वर्तमान में तीन-तीन फॉगिंग मशीन है. इसके बाद भी निगम प्रशासन फॉगिंग को लेकर उदासीन बना हुआ है. कार्यालय की माने तो फॉगिंग को लेकर रूट चार्ट बनाये गये हैं. जो पिछले दो महीना से बनकर तैयार है. तत्कालीन नगर आयुक्त के आदेश पर उनके कार्यकाल में फॉगिंग को लेकर वार्डवार रूट चार्ट तैयार किया गया. इसके बाद भी फॉगिंग शुरू नहीं हुई. वार्डवार रूट का खाका फाइल तक ही समिट कर रह गया है. अब तो निगम में पदाधिकारी की संख्या भी बढ़ गयी है. शहर की साफ-सफाई सहित अन्य कार्यों के निष्पादन के लिए दो पदाधिकारी के अलावे सीटी मैनेजर भी तैनात है. सफाई की मॉनीटरिंग के लिए हाल में तीन स्वच्छता निरीक्षक भी बनाये गये हैं. लेकिन पदाधिकारी व सुपरवाइजर की संख्या बढ़ने के बाद भी जन समस्याएं कम नहीं हुई है. नगर निगम मोतिहारी की वर्तमान स्थिति पूर्व के नगर परिषद के कार्यकाल से भी बुरा है. शहर में साफ-सफाई से लेकर नाला की उड़ाही व फॉगिंग सहित तमाम कार्य वेंटिलेटर पर चल रहे है. बरसात सर पर है और नाला उड़ाही का कार्य कछुआ की गति से चल रहा है. सफाई की स्थिति यह है कि वार्ड से सप्ताह में एक दिन कूड़ा का कलेक्शन हो रहा है. लिहाजा लोग घर के कचड़ा को झील व आसपास के खाली जगहों में डाल रहे है. झील किनारे के कूड़ा का डिस्पोजल आग लगाकर किया जा रहा है. हर माह झील किनारे फेंके कूड़ा के अंबार को आग लगा, जला दिया जाता है.