इंसानियत के लिए रहमत बनकर आये थे पैगंबर मोहम्मद

पैग़ंबर -ए- इस्लाम हजरत मोहम्मद की यौम -ए- पैदाइश को ईद -ए- मिलादुन्नबी के रूप में अकीदतमंदों ने मनाया और जगह-जगह जुलूस ए मोहम्मदी निकाला.

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2024 10:23 PM

मोतिहारी.नूर वाला आया है नूर लेकर आया है…की गूंज से सोमवार को पूरा शहर गूंजता रहा. पैग़ंबर -ए- इस्लाम हजरत मोहम्मद की यौम -ए- पैदाइश को ईद -ए- मिलादुन्नबी के रूप में अकीदतमंदों ने मनाया और जगह-जगह जुलूस ए मोहम्मदी निकाला. जुलूस मदरसा गौसिया नूरिया रघुनाथपुर निकला जो बलुआ, बरियारपुर, राजा बाजार,अगरवा चौक, मीना बाजार चौक, ज्ञान बाबू चौक, जान पुल चौक, चांदमारी चौक होते हुए बलुआ चौक पर पहुंचा. जलूस में रसूल के दीवानों ने काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और रस्में पूरी की. इस दौरान बलुआ मस्जिद के पूर्व इमाम मौलाना मोहम्मद जैनुद्दीन खान ने कहा कि आज ही के दिन आखरी पैगंबर इस दुनिया में तशरीफ लाए थे. कहा कि नबी ने पूरी दुनिया को प्रेम,सद्भाव और भाईचारे की तालीम दी.वे पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए और उनका जीवन सबों के लिए अनुकरणीय है. नबी की जिंदगी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नबी ने सामाजिक कुरीतियों और आपसी नफरत से इंसानी समाज को मुक्ति दिलायी. बलुआ मस्जिद के इमाम मोहम्मद रजाउल्लाह नक्शबंदी ने कहा कि तमाम जहानों के लिए रहमत बनकर आए और इंसानों को जीने का सलीका प्रदान किया. वही जुलूस ए मोहम्मदी के दौरान नारे तकबीर नारे रिसालत का नारा बुलंद होता रहा. जलूस के समापन के बाद वतन के अमन चैन व सलामती की दुआ मांगी गयी. मौके पर हफ़ीज़ आफताब, कारी अख्तर रज़ा, मौलाना कौशर नूरी, मासूम रज़ा, नसीब रज़ा,उप सेक्रेटरी एनाम खान, जहीरूद्दीन,जाहिद हुसैन,जफर आलम,दाऊद इकबाल,शौकत आलम, शाहमोहम्मद, मो.ख़ातिबुल्लाह,शेख परवेज,मिस्टर आलम सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे. इधर अमन इंटरनेशनल स्कूल में मोहम्मद साहब की जीवनी पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता अब्दुल राशिद बर्क ने कहा कि मोहम्मद साहब ईश्वर दूत थे.वे संपूर्ण मानव जाति के लिए संसार में आए. उनके पूरे काल में एक भी वाक्य ऐसा नही बता सकते हैं,जिसमे किसी धर्म के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात कही. स्कूल निदेशक अमन कुमार राज ने कहा कि आपसी तालमेल व सभी धर्मो का आदर करना चाहिए. बच्चों में किसी भी धर्म के प्रति नकारात्मक भाव न हो, इसके लिए सभी धर्मो से जुड़ी मूल बातों को बताना चाहिए. स्कूल एक ऐसा मंदिर है जहां सभी धर्म के बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं. मौके पर स्कूल एडमिन अभिषेक अमृता, साक्षी, लवली, सतेन्द्र, रिया, अंजली, रूबी, बिनीता, अमृता, चंदन, पिंकी सभी विद्यालय शिक्षक मौजूद थे. पैगंबर साहब के संदेशों पर अमल करने की जरूरत केसरिया. पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के अवसर पर सोमवार को नगर क्षेत्र में विशाल जुलूस निकालकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मोहम्मद साहब के संदेशों को बताया. विभिन्न मदरसों व सामाजिक संगठन की ओर से जुलूस निकाला गया. जुलूस का नेतृत्व कौमी एकता फ्रंट के अध्यक्ष वसील अहमद खान ने की. मौके पर कारी सिराजुद्दीन सिराजी, हाफिज ओबैद रजा, हाफिज मोहम्मद आलम, मौलाना तिउर्रहमान,मोहम्मद सलीम, अशरफ अली, लाल बाबू, अफजल हुसैन, मोहम्मद इदरीश, हाजी मोहम्मद हबीब, मोहम्मद मुश्ताक, रियाज उल हक, नबील अहमद खान, रहीमुद्दीन, मोहम्मद अनवर अली, मोहम्मद जमील, मोहम्मद नसरुद्दीन,मो मुश्ताक अहमद समेत हजारों लोग मौजूद थे. इस दौरान पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी रही.

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