घोड़ासहन. शहर को दो भागों में विभाजित करनेवाली रेलवे ढाला सड़क पथ कंकड़ व गड्ढों के बीच ध्वस्त हो चुका है, जिससे आये दिन इस सड़क पर हमेशा दुर्घटनाएं होती रहती हैं. अमान परिवर्तन के समय रेलवे विभाग द्वारा करीब एक दशक पूर्व बनाया गया. इस सड़क निर्माण के दौरान ही यह पथ विवादों के घेरे में आयी थी. घटिया निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया गया था, लेकिन समय के साथ सड़क बनी और टूट कर पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. अब स्थिति यह है कि मुख्य शहर में प्रवेश करने पर कर्पूरी चौक,स्टेट बैंक से रेलवे फाटक होते हुए मेन रोड में प्रवेश करने के लिए सड़क पूरी तरह टूट कर ध्वस्त हो चुकी है. इतना ही नहीं कई जगहों पर बड़े बड़े गड्ढे बन चुके हैं. बताते चलें कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण व्यापारिक दृष्टिकोण से यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है, जहां प्रत्येक दिन छोटे-बड़े वाहनों का इसी रास्ते शहर में आना-होता रहता है. दर्जनों गांवों के हजारों लोगों का प्रतिदिन इसी मुख्य रास्ते से घोड़ासहन रेलवे स्टेशन, प्रखंड कार्यलय,बस स्टैंड सहित जिला मुख्यालय जाने का मुख्य मार्ग है, लेकिन सड़क की स्थिति इतनी जर्जर हो चुकी है लेकिन विभाग समस्या को लेकर गंभीर नही है. इधर रेल विभाग के वरीय अधिकारी ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि अमृत भारत योजना के तहत घोड़ासहन रेलवे स्टेशन तथा सड़कों का कार्य जल्द से जल्द बेहतर करने की योजना है.
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