शराब तस्कर रमेश ने शूटर को बाइक से पहुंचा था नेपाल
शहर के अति व्यस्तम चांदमारी चौक सोसाइटी कॉम्प्लेक्स के सामने 26 जून की दोपहर जिप सदस्य सह पैक्स अध्यक्ष सुरेश यादव की हत्या के षड्यंत्र में शामिल बदमाश रमेश महतो पकड़ा गया.
मोतिहारी.शहर के अति व्यस्तम चांदमारी चौक सोसाइटी कॉम्प्लेक्स के सामने 26 जून की दोपहर जिप सदस्य सह पैक्स अध्यक्ष सुरेश यादव की हत्या के षड्यंत्र में शामिल बदमाश रमेश महतो पकड़ा गया. वह बंजरिया फुलवार गांव का रहने वाला है, जो पेशे से शराब का तस्कर है. जिप सदस्य की हत्या में रमेश की अहम भूमिका रही है. उसने जिप सदस्य की हत्या कर फुलवार पहुंचे एक शूटर को बाइक से नेपाल कलैया पहुंचाया था. रमेश ने पुलिस के समक्ष पूछताछ में खुद इस बात को स्वीकार किया है. उसने पुलिस को यह भी बताया है कि जिप सदस्य की हत्या के दो दिन पहले बदमाश लक्की राम,अविनाश कुमार, हरिशंकर पासवान, अशोक यादव, दिलरंजन दूबे, के अलावा तीन-चार अन्य लोग फुलवार पंचायत के मुखिया हनुमान दूबे के घर पहुंचे थे. मुखिया ने फोन कर कहा कि कुछ लोग हमारे यहां आये हैं, उन्हें शराब पीना है, तीन-चार बोतल शराब उन्होंने मंगावाया. मुखिया के कहने पर शराब लेकर उनके फुलवार स्थित घर पहुंचा, जहां सारे बदमाश बैठे थे. शराब की दो-तीन घुट पीने के बाद जिप सदस्य सुरेश यादव की हत्या की प्लानिंग शुरू हुई. तय हुआ कि 26 जून को हत्या कर देनी है. योजना अनुसार, 26 जून की दोपहर बदमाशों ने चांदमारी चौक पर जिप सदस्य को गोली मार मौत के घाट उतार दिया. वहां से भागने के बाद एक बदमाश अविनाश फुलवार पहुंचा. मुखिया हनुमान दूबे ने फिर फोन कर बुलाया. उनके दरवाजे पर पहुंचा तो उन्होंने बताया कि काम हो गया है, तुम अविनाश को नेपाल पहुंचा दो. मुखिया के कहने पर अविनाश को बाइक पर बैठा नेपाल कलैया छोड़ आया. नगर के प्रभारी थानाध्यक्ष श्रीराम राम ने बताया कि रमेश की गिरफ्तारी फुलवार गांव से हुई है.उसकी निशानदेही पर घटना में शामिल फरार अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी को ले संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है. छापेमारी टीम में प्रभारी थानाध्यक्ष श्रीराम राम, बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान, टेक्निकल सेल के दारोगा मनीष कुमार, सिपाही कुमार चिरंजीवी, नित्यानंद दूबे सहित अन्य शामिल थे. बताते चले कि पुलिस इससे पहले शूटर हरिशंकर पासवान, सुदामा सहनी को जिप सदस्य की हत्या में प्रयुक्त हथियार के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है.
शराब तस्करी में चार बार जेल जा चुका है रमेश
पुलिस का कहना है कि रमेश शराब की तस्करी करता है. शराब तस्करी के मामले में वह चार बार जेल भी जा चुका है. पूछताछ में उसने यह बात स्वीकार किया है कि वह शराब की होम डिलिवरी करता है. मुखिया के घर हमेशा बाहरी बदमाशों का आना-जाना लगा रहता है. उनलोगों को शराब की सप्लाई रमेश ही करता था.
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