झील किनारे मॉर्निंग वाॅक के लिए बन रहा वाॅकिंग रैंप
शहर के ह्रदय स्थली मोतीझील किनारे अब लोग वाॅकिंग रैंप पर मॉर्निंग वाक करेंगे. सुबह टहलने के दौरान थकने वालों के लिए रेस्ट की भी व्यवस्था की जा रही है.
मोतिहारी.शहर के ह्रदय स्थली मोतीझील किनारे अब लोग वाॅकिंग रैंप पर मॉर्निंग वाक करेंगे. सुबह टहलने के दौरान थकने वालों के लिए रेस्ट की भी व्यवस्था की जा रही है. इसको लेकर निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है. जल्द ही लोग यहां सुबह की मॉर्निंग वाॅक ( सड़क किनारे ) सेफ जोन में कर सकेंगे और लोगों को सड़कों पर गुजरने वाली वाहनों से दुघर्टना की चिंता नहीं होगी. हम बात कर रहे इन दिनों झील मुख्य पथ के एक साइड चल रहे निर्माण कार्य की. जिसको लेकर शहरवासियों के मन में संशय की स्थिति बनी हुई है. झील किनारे बन रहे पीलर और कंक्रीट ढलाई कार्य को लेकर हर व्यक्ति जानने को उत्सूक है कि भला क्या निर्माण हो रहा है? हालांकि झील साइड में बनी पिलर को देखकर तो लोग समझ गये है कि सुरक्षा के लिए रेलिंग बन रहा है. जबकि फुटपाथ के बीच-बीच में पिलर और पाटिशन को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है. निर्माण के ढ़ाचा को देखकर लोग दुकान निर्माण तक के कयास लगा रहे है. बता दें कि यह दुकान निर्माण नहीं, बल्कि झील सौंदर्यीकरण के दिशा में नगर निगम के द्वारा वाकिंग रैंप का निर्माण कराया जा रहा है. कार्ययोजना के मुताबिक दोनों तरफ पिलर के बीच-बीच में पाटिशन विम मजबूती के लिए जोड़ा जा रहा है. इनमें एक पिलर से दूसरे पिलर को पाइप या सिकर लगाने की योजना है. वही जगह-जगह बैठने के लिए सिमेंटेड बेंच लगाये जायेंगे. जहां झील किनारे बैठकर लोग सूर्योदय का लुफ्त उठा सकेंगे. इसके निर्माण से लोगों को टहलने के साथ बैठने की सुविधा मिलेगी. पंप से सटे डिलक्स शौचालय का हो रहा निर्माण गायत्री मंदिर के समीप पेट्रोल पंप से सटे झील किनारे मुख्य पथ में बुडकों के द्वारा डिलक्स शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है. जो झील सौंदर्यीकरण का ही एक पार्ट है. पिछले साल सरकार ने झील सौंदर्यीकरण के लिए करीब 28 करोड़ का आवंटन दिया है. इनमें झील किनारे तीन जगहों पर शौचालय के साथ स्थान घाट व चेजिंग रूम निर्माण का प्लान स्वीकृत है. इनमें बुडकों के द्वारा झील किनारे एक जगहों पर निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है. यह दूसरा साइड है. आगे कदम घाट के आसपास एक निर्माण को ले जगह चिन्ह्नित की गयी है. बताया जाता है कि शौचालय की गंदगी झील में नहीं गिरेगी, उसे स्टोर करने के लिए बड़ा टंकी का निर्माण कराया जा रहा है. जिसे समय-समय पर खाली कराया जायेगा. अतिक्रमण कर सज रहा मछली बाजार, फैल रहा गंदगी गायत्री नगर मंदिर के सटे झील किनारे फुटपाथ पर अतिक्रमण कर सज रहा मछली की दुकान गंदगी फैला रहा है. वही मछली का शेष अवशिष्ट को झील में फेंका जा रहा है. जिससे आसपास में दुर्गंध फैल रही है. लेकिन इसको लेकर नहीं तो नगर प्रशासन गंभीर है और नहीं प्रशासन खबर ले रही है. जबकि पूर्व में फुटपाथ दुकानदारों को हटाने और झील अतिक्रमण खाली कराने में प्रशासन के पसीने छूट गये थे. किसी तरह प्रशासन ने बल पूर्वक झील को अतिक्रमण मुक्त कराया, लेकिन आज फिर उस जगह पर मछली बेचने वालों ने अवैध अतिक्रमण कर रखा है. कहते हैं अधिकारी झील सौंदर्यीकरण को लेकर चौमुखी विकास कार्य चल रहा है. नगर निगम के द्वारा मुख्य पथ में झील किनारे पेवर ब्लॉक लगाने के साथ वाकिंग रैंप बनाये जा रहे है. जिसे पाइप लगाकर घेरा बनाने की योजना है. इनमें जगह-जगह सिमेंटेड बैंच भी लगाया जायेगा. सौरभ सुमन यादव, नगर आयुक्त, नगर निगम मोतिहारी
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