मोतिहारी. विभागीय निर्देश के आलोक में पदाधिकारियों के द्वारा विद्यालयों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. बावजूद विद्यालयों की स्थिति में खास सुधार नहीं होता दिख रहा है. इसका प्रमाण डीपीओ स्थापना के निरीक्षण में मिला. डीपीओ साहेब आलम ने 18 अप्रैल को प्राथमिक विद्यालय अगरवा व मध्य विद्यालय अगरवा उर्दू का निरीक्षण किया. निरीक्षण में व्याप्त गड़बड़ी को लेकर डीपीओ ने दोनो विद्यालयों के प्रधानाध्यापक का वेतन स्थगित करते हुए जवाब -तलब किया है. डीपीओ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मध्यविद्यालय न बच्चे थे और न शिक्षक. पठन -पाठन व एमडीएम बंद पाया गया. डीपीओ के पहुंचने के 15 मिनट बाद प्रधानाध्यापक पहुचे. शिक्षिका रईसा खातुन अनुपस्थित पायी गयी. डीपीओ ने बताया कि उनके मना करने के बाद भी प्रधान शिक्षक के द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज कर ली गई तथा शिक्षिका रईसा खातुन का आकस्मिक अवकाश दर्ज किया गया. विद्यालय में सफाई का अभाव था.डीपीओ ने दो दिनों के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया है. वहीं प्राथमिक विद्यालय अगरवा के निरीक्षण के दौरान प्रधान शिक्षक एक कुर्सी पर बैठ कर दूसरे कुर्सी पर पैर रख कर मोबाइल देखते पाए गए. कुछ बच्चे इधर -उधर घूूम रहे थे. अध्यापन कार्य नहीं हो रहा था. विद्यालय के शिक्षक अमित कुुमार दो माह से बिना सूचना के अनुपस्थित पाए गए. विद्यालय में एमडीएम संचालित नहीं था. डीपीअे ने प्रधान शिक्षक का वेतन स्थगित करते हुए दो दिनों के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया है. साथ ही अनुपस्थित शिक्षक का निरीक्षण के दिन का वेतन कटौती करने का निर्देश दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है