मोतिहारी.थाने से निकलने वाली गश्ती की मॉनीटरिंग अब अत्याधुनिक तकनीक से की जा रही है. गश्ती गाड़ी में लगे जीपीआरएस सिस्टम से निगरानी हो रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात खुद गश्ती गाड़ी की निगरानी कर रहे हैं. लापरवाही बरतने वाले गश्ती पदाधिकारी पर कार्रवाई भी कर रहे हैं. अब मनमाने ढंग से गश्ती नहीं होगी. समय से गश्ती पर निकलना होगा और समय से ही वापस थाना लौटना होगा. इलाके में पूरा समय देना होगा. गुरुवार को जिले के आठ थाने के गश्ती टीम की लापरवाही पकड़ी गयी है. गश्ती पदाधिकारी के वेतन पर एसपी ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है. साथ ही थानाध्यक्षों से स्पष्टीकरण भी पूछा है. एसपी ने बताया कि जीपीआरएस सिस्टम से मॉनीटरिंग में उक्त आठाें थाने के गश्ती टीम की लापरवाही पकड़ी गयी. किसी थाने से समय पर गश्ती नहीं निकला. वहीं कुछ थानों की गश्ती टीम समय से पहले ही थाना पर वापस लाैट आयी. इसको ले लापरवाह गश्ती पदाधिकारियों के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है. थानाध्यक्षों से भी स्पष्टीकरण पूछा गया है. जिन थानों के गश्ती पदाधिकारी पर कार्रवाई हुई है, उसमें प्रात गश्ती में 30 मिनट विलंब निकलने पर नगर व हरसिद्धि, दिव गश्ती में ढाका 35 मिनट, रघुनाथपुर डेढ घंटा, आदापुर 50 मिनट, महुआवा 35 मिनट, नकरदेई 25 मिनट, पहाड़पुर 50 मिनट, संध्या गश्ती में आदापुर 40 मिनट, फेनहारा डेढ घंटा तथा रात्रि गश्ती में हरसिद्धि चार घंटा व आदापुर 55 मिनट विलंब से निकलने पर गश्ती पदाधिकारी के वेतन पर रोक लगाया गया है. इसके अलावा समय से पहले गश्ती से वापस लौटने वालों में दिवा में छतौनी थाना 40 मिनट, संध्या गश्ती में नगर थाना 50 मिनट, आदापुर 50 मिनट, महुआवा एक घंटा, रात्रि गश्ती में पहाड़पुर एक घंटा व ढाका साढे चार घंटा पहले ही थाना लौट आयी. एसपी ने कहा कि गश्ती में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी. सड़क पर पुलिस गश्त लगाती रहेगी तो आसमाजिक तत्व दुबके रहेंगे. अपराध पर भी लगाम लगेगा. चोरी, छिनतई की घटना में भी बहुत हद तक कमी आयेगी. यह जिम्मेवारी थानाध्यक्ष की बनती है. वह अपने थाना के गश्ती पार्टी को समय से निकलवाये. उसकी मॉनीटरिंग करे.
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