अपने ज्ञान को लैब से लैंड तक ले जायें कृषि वैज्ञानिक : रामनाथ कोविंद
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय व कृषि विज्ञान केंद्र किसानों के मित्र हैं. कृषि वैज्ञानिक अपने ज्ञान को लैब से लैंड तक ले जायें, ताकि धरातल पर किसानों को इसका लाभ मिल सके. उ
मोतिहारी.पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय व कृषि विज्ञान केंद्र किसानों के मित्र हैं. कृषि वैज्ञानिक अपने ज्ञान को लैब से लैंड तक ले जायें, ताकि धरातल पर किसानों को इसका लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि परिवर्तनशील मौसम की जानकारी किसानों को देनी होगी. किसानों को ऐसे मौसम में वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार खेती करनी होगी. तब पैदावार बढ़ेगी. किसानों के साथ देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. वह रविवार को पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कृषि उन्नति मेला के दूसरे दिन किसानों को संबोधित कर रहे थे. इसमें भारी संख्या में पुरुष के साथ महिला किसान भी भाग ले रही हैं
उन्होंने कहा कि मौसम परिवर्तन के कारण फसल की पैदावार कम हुई है. ऐसे में कृषि उत्पादकता में सुधार की जरूरत है. बागवानी, पशुपालन, मत्स्यपालन भी किसान व देश की आर्थिक समृद्धि के जड़ होंगे. उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम संदेश को अमलीजामा पहनाने का आह्वान किया. कहा कि किसानों को सहकारिता आंदोलन से जोड़ना होगा. देश के 97 प्रतिशत लोगों के पास ढ़ाई एकड़ से कम जमीन है. छोटे सीमांत किसानों के लिए सहकारिता ही समृद्धि का कारण बनेगी.उन्होंने कहा कि 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता के रूप में मनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य किसानों को इस आंदोलन से जोड़ समावेशी विकास करना है. महिला व युवाओं को सहकारिता से जोड़ने की आवश्यकता है. चंपारण के अहिंसा आंदोलन व उसकी सफलता की भी रामनाथ कोविंद ने चर्चा की.
इन्होंने भी किया संबोधित
पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र देश व किसानों के सपनों को साकार कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चहुंओर विकास हो रहा है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 1300 करोड़ रुपये नावार्ड से सहयोग लेकर बाजार समिति का विकास किया जा रहा है, ताकि किसानों को बाजार के साथ फसल का उचित मूल्य मिल सके. उन्होंने कहा कि रक्सौल के साथ मोतिहारी में भी हवाई अड्डा का निर्माण होगा. कृषि व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि 2047 तक देश को आत्मनिर्भर बनाना है, तो किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाना होगा. राज्य का जीडीपी रेट बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है. किसानों के घर समृद्धि आयेगी, तब ही देश खुशहाल होगा. बिहार के विकास के लिए पीएम ने बड़ी सौगात दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है