मोतिहारी.महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग द्वारा विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस के अवसर पर “हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था: दृष्टि, नवाचार और स्थिरता ” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजीव गांधी पैट्रोलियम प्रद्योगिकी संस्थान, अमेठी, उत्तरप्रदेश के पूर्व निदेशक प्रोफेसर एएसके सिन्हा, एम.आई.टी. मुजफ्फरपुर के प्राचार्य प्रोफेसर एम.के. झा, और जे.आई.आई.टी, नोएडा से डा आशीष भटनागर ने भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव के अध्यक्षीय उद्बोधन से हुई. उन्होंने हाइड्रोजन ऊर्जा के क्षेत्र में शोध और इसके उपयोग के महत्व पर प्रकाश डाला. संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर देवदत्त चतुर्वेदी और भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सुनील श्रीवास्तव ने भी अपने विचार साझा किए. कार्यक्रम की संयोजिका डा श्वेता सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए संगोष्ठी के विषय के महत्व की जानकारी दी. प्रोफेसर ए.एस.के सिन्हा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हाइड्रोजन ऊर्जा आने वाले दिनों में पेट्रोलियम आधारित ऊर्जा स्रोतों का बेहतर विकल्प बनकर उभरेगी, बशर्ते इस क्षेत्र में और शोध कार्य किए जाएं. प्रोफेसर एम.के. झा ने ऊर्जा के विभिन्न वैकल्पिक स्रोतों के बारे में जानकारी दी, जबकि डा आशीष भटनागर ने हाइड्रोजन गैस के भंडारण और परिवहन के नए मटेरियल्स की खोज के बारे में चर्चा की. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डा अरविंद शर्मा ने किया. इस अवसर पर प्रोफेसर आनंद प्रकाश, प्रोफेसर सहना मजूमदार, और भौतिकी विभाग के अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
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