संपत्ति हड़पने के लिए सिमरन की मां को प्रेमजाल में फांसा, फिर सिमरन को बनाया था बंधक

सीतामढ़ी जिले के एक गांव की रहने वाली सिमरन का हंसता खेलता परिवार था. उसके पिता राजीव कुमार मूक बधिर था. भाई अमनदीप व मां खुशबू समेत चार लोगों की जिंदगी आराम से कट रहीं थी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2024 10:23 PM

मोतिहारी. सीतामढ़ी जिले के एक गांव की रहने वाली सिमरन का हंसता खेलता परिवार था. उसके पिता राजीव कुमार मूक बधिर था. भाई अमनदीप व मां खुशबू समेत चार लोगों की जिंदगी आराम से कट रहीं थी. लेकिन अचानक इस परिवार को मानो जमाने की नजर लग गयी. तीन जनवरी 2009 को उसके भाई अमनदीप 13 वर्ष का स्कूल जाते वक्त फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया. बाद में अपहर्ताओं ने उसकी हत्या कर दी. बेटे की मौत के बाद परिवार सदमे से बाहर आता, इसी बीच ढाका निवासी शमीम का खुशबू से प्रेम प्रसंग हो गया. प्रेमी के साथ मिलकर खुशबू ने ही अपने पति राजीव की हत्या करा दी. 31 दिसंबर 2012 को राजीव का शव शिवहर-पूर्वी चंपारण जिले के सीमा पर मिला था. इसके बाद खुशबू ने ढाका निवासी शमीम के साथ शादी कर ली. शमीम, खुशबू व बेटी के साथ सिलीगुड़ी चला गया. जहां उसने मौका देख खुशबू की हत्या कर दी. बेटी के साथ ढाका लौटे शमीम की नजर एक ओर जहां खुशबू की प्राेपर्टी पर थी, वहीं दूसरी ओर सिमरन के जिस्म पर. उसने पहले बाप – बेटी के रिश्ते को शर्मसार करते हुए सिमरन के साथ जिस्मानी संबंध बनाने की कोशिश की. सिमरन के विरोध करने के बाद उसे बंधक बना एक कमरे में बंद कर दिया. इस दौरान नशे की सुई देकर न केवल जिस्मानी संबंध बनाया, बल्कि उससे देह व्यापार भी कराने लगा. आखिर में शमीम ने सिमरन के साथ निकाह करने का फैसला लिया. निकाह के बाद उसकी संपत्ति पर कब्जा जमाने के बाद सिमरन को अरब के एक व्यापारी से 7 लाख में बेचने की तैयारी भी कर रखी थी. इसी बीच 24 फरवरी 2015 को ढाका पुलिस की छापेमारी में सिमरन मुक्त करायी गयी थी. तब से वह नाना के घर पर हीं रह रहीं थी. लेकिन शमीम की हैवानियत का दर्द लिए ढाका से बाजपट्टी पहुंची सिमरन का बदकिस्मती से नाता नहीं टूटा. फरवरी 2016 से ही शमीम अपने गुर्गों की मदद से सिमरन पर केस उठाने का दबाव बनाया था. इस दौरान उसकी हत्या की भी साजिश रची थी. सितंबर 2016 में शमीम के गुर्गे ने सिमरन के कमरे में घुस कर दुष्कर्म का प्रयास किया था. वहीं सिमरन की हत्या की भी कोशिश की थी. हालांकि उसकी सुरक्षा में तैनात महिला आरक्षियों ने मौके से ही आरोपी को दबोच लिया था. मामा ने भी देह व्यापार करना चाहा था, पकड़ी गयी थी मामी मई की रात उसका सगा मामा ने ही उसकी आबरू लूट ली. बाजपट्टी आने के बाद से हीं उसका मामा उसके साथ लगातार जिस्मानी संबंध बनाता आ रहा था. विरोध करने पर धमकी देता था. इतना ही नहीं मामला उससे जिस्मफरोसी का धंधा कराना चाहता था. मानसिक रूप से बीमार पड़ती जा रहीं सिमरन मामा के करतूतों को मोबाइल में कैद भी कर रहीं थी. सिमरन ने उक्त वीडियो फुटेज पुलिस को सौंपा था. 19 मई को पुलिस ने मामला दर्ज कर सिमरन की मामी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जबकि मामा फरार हो गया था. नेपाल में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने लगा था शमीम मोतिहारी . ढाका की सिमरन के साथ हैवानियत का खुलासा होने के बाद शमीर भागकर नेपाल चला गया. वहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने लगा. नेपाल पुलिस को इसकी भनक लगी, जिसके बाद साक्ष्य के साथ नेपाल पुलिस ने उसे दबोच लिया. नेपाल में उसकी गिरफ्तारी 25 नवम्बर 2016 को हुई थी. नौ सालों तक नेपाल के जेल में रहने के बाद शमीम को जमानत पर रिहा किया गया. नेपाल से भारतीय सीमा पर प्रवेश करते समय रक्सौल में मंगलवार का वह पकड़ा गया. उसके दो सहयोगियों को सिमरन कांड में सजा भी हुई है.

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