मोतिहारी के 23 प्रखंडों में कालाजार की दवा का छिड़काव
र्वी चंपारण जिला में कालाजार उन्मूलन को ले जिले के 23 प्रखंडों में सिंथेटिक पाराथराइड दवा का छिड़काव किया जा रहा है. यह अभियान 16 अगस्त तक चलेगा.
मोतिहारी. पूर्वी चंपारण जिला में कालाजार उन्मूलन को ले जिले के 23 प्रखंडों में सिंथेटिक पाराथराइड दवा का छिड़काव किया जा रहा है. यह अभियान 16 अगस्त तक चलेगा. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि जिला के 113 राजस्व गांव, 110 पंचायत एवं 182888 घरों में कुल 912867 जनसंख्या वाले इलाकों में दवा का छिड़काव किया जाना है. उन्होंने बताया कि कुल छिड़काव दल 50 है, जिन्हें प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण दिया चुका है. उन्होंने कहा कि जिले में कालाजार का उन्मूलन तेजी से हो रहा है. इसलिए सिंथेटिक पाराथराइड का छिड़काव होने से बालू मक्खियों का समूह नष्ट किया जा सके. कहा कि प्रत्येक माह, 06 माह एवं 12 माह पर कालाजार के मरीजों का फॉलोअप जांच किया जाता है. इसकी रिपोर्ट सभी प्रखंडों से मंगाकर अपटूडेट कर राज्य सरकार को भेजी जाती है. कहा कि कालाजार से बचाव के लिए जागरूकता के लिए जगह-जगह बैनर-पोस्टर, प्रचार रथ तथा माइकिंग से जागरूक किया जा रहा है. कालाजार मरीजों को दी जाती है आर्थिक सहायता राज्य एवं केंद्र सरकार के द्वारा कालाजार के मरीजों को 66 सौ रुपया आर्थिक सहायता दी जाती है. वहीं भारत सरकार द्वारा 500 रुपया अलग दिया जाता है. उन्हें कुल 7100 रुपया की आर्थिक सहायता दी जाती है. चार साल में कालाजार के 75 प्रतिशत तक कम हुए मरीज पिछले चार साल में कालाजार के मामलों में काफी कमी आयी है. बीडीसी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि वर्ष 2018 में 196, 2019 में 119, 2020 में 69, 2021 में 67, 2022 में 67 तथा 2023 में 26 तथा 2024 में अब तक 06 मरीज मिले है. तीन वर्षों में नहीं मिला इन प्रखंडों में कालाजार के मरीज पूर्वी चंपारण जिला के चार प्रखंडों में पिछले तीन साल में एक भी मरीज नहीं मिला है. इससे विभाग में काफी हर्ष है, फिर भी विभाग दवा के छिड़काव में लगा हुआ है.
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