मुहल्लों से निकला ताजिया, युवाओं ने भाजीं लाठियां
पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मुहर्रम जिले भर में शांतिपूर्ण माहौल में मनाया गया.
मोतिहारी.शाह अस्त हुसैन, बादशाह अस्त हुसैन,दीन अस्त हुसैन,दीने पनाह हुसैन,सरदाद न दाद दस्त,दर दस्ते यजीद,हक्का के बिना लाइलाह अस्त हुसैन,की नारों से पूरा शहर व जिला बुधवार के दिन से लेकर रात तक गूंजता रहा. पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मुहर्रम जिले भर में शांतिपूर्ण माहौल में मनाया गया. दिन में शहर के इमाम बाड़ा में अकीदतमंदों ने मजलिस आयोजित की और इमाम हुसैन की शहादत को याद किया. मौलाना मो.शाह आमिर ने मजलिस को संबोधित करते हुए करबला के मैदान में हुई घटना व इमाम हुसैन की शहादत को याद किया और कहा कि उन्होंने अपनी शहादत देकर इस्लाम को बचा लिया. उनकी कुर्बानी को दुनिया हमेशा याद करेगी. इस दौरान लोगों ने मातम किये और मातमी धूनों के बीच जुलूस निकाला. यह जुलूस करबला तक गया. रास्ते भर लोग इमाम हुसैन की शान में मरशिया पढ़ते व मातम करते रहे. मौके पर शमशेर अली रिजवी,कैसर रजा,बब्लू,हैदर अली,रेहान,जॉन,नैयर मोइन समेत बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद थे.
जमकर भाजीं लाठियां,युवाओं ने दिखाये करतब
देर शाम शहर के विभिन्न मुहल्लों मठिया, खुदानगर,चीक पट्टी,खोदा नगर,अगरवा, नकछेद टोला आदि ने ताजिया जुलूस निकाला गया. जुलूस शहर के ज्ञानबाबु चौक,मेनरोड से गुजरा. ज्ञानबाबु चौक पर युवाओं ने जमकर लाठियां भांजी और एक से बढ़कर एक करतब दिखाये. करतब दिखाने के दौरान कई युवक चोटिल भी हुए. नारे तकबीर व नारे रिसालत के साथ जोश भी भरते रहे. करतब देखने के लिए भीड़ उमड़ी रही और ग्याराह बजे रात्रि तक मुख्य पथ पूरी तरह से बाधित रहा.प्रशासन रहा पूरी तरह से चौकस
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