मोतिहारी.विद्यालयों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति को लेकर विभाग ने ई -शिक्षा कोष पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कर दिया है. परंतु शिक्षक इसका भी काट निकाल लेते हैं. विद्यालय में अनुपस्थित रहने के बाद भी उनकी ई -शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज हो जाती है भले हीं इसमें प्रधानाध्यापक की सहभागिता हो. कोटवा प्रखंड स्थित एनपीएस जसौली पट्टी की शिक्षिका मित्रविन्दा कुमारी के द्वारा ऐसा हीं कुछ किया गया है. इनके द्वारा एप में छेड-छाड़ कर उपस्थिति दर्ज की गयी है. ई -शिक्षा कोष एप पर नौ दिनों की उपस्थिति फोटो को एडिट कर बनाने के साथ विद्यालय से बाहर रहते हुए एप से छेड़छाड़ करते हुए विद्यालय प्रधान निरंजन सिंह के सहयोग से करने के आरोप में डीपीओ स्थापना ने दोनों को निलंबित करने को लेकर नियोजन इकाई को पत्र लिखा है. पंचायत नियोजन समिति जसौली पट्टी के सदस्य सचिव सह पंचायत सचिव को लिखे पत्र में डीपीओ ने कहा है कि एसपीडी के निर्देश के आलोक में डीइओ संजीव कुमार ने 14 अगस्त को उक्त विद्यालय का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के बाद ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर जांच की गयी तो पाया गया कि अगस्त माह में उक्त शिक्षिका द्वारा एप में छेड़छाड़ कर उपस्थिति दर्ज की गयी है. डीपीओ ने कहा है कि ई -शिक्षा कोष पर शिक्षिका आइडी देखने से प्रतीत होता है कि 6, 7, 8, 12, 13, 14, 24, 29 एवं 30 अगस्त 24 को विद्यालय से अनुपस्थित रहते हुए एप पर इनके द्वारा उपस्थिति दर्ज की गयी है. इस कार्य में विद्यालय के प्रधान शिक्षक निरंजन सिंह की भूमिका एवं संलिप्तता है.ऐसी स्थिति में डीपीओ ने उक्त शिक्षिका व विद्यालय के प्रधान शिक्षक को अनिवार्य रूप से निलंबित करने की बात कही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है