रक्सौल. शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है जो कभी अवकाश ग्रहण नहीं करता. उक्त बातें शनिवार को शहर के आर्य समाज मंदिर के सभागार में आयोजित प्रो. डाॅ. अनिल कुमार सिन्हा के विश्वविद्यालय सेवा से अवकाश ग्रहण करने पर उनके सम्मान समारोह के दौरान प्रो. डॉ. अनिल कुमार ने कहीं. उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करता है और व्यक्तित्व का विकास करता है. आज नैतिकता का ह्रास हो रहा है जो चिंता का विषय है. शिक्षक व्यक्ति निर्माण का केंद्र रहा है और रहेगा. कहा कि यह सम्मान मेरा नहीं बल्कि शिक्षा का सम्मान है. सम्मान समारोह की अध्यक्षता गुड्डू सिंह ने की. संचालन प्रो. मनीष दूबे ने किया. समारोह को संभावना के अध्यक्ष भरत प्रसाद गुप्ता, प्रो. राजकिशोर सिंह, प्रो. रामाशंकर प्रसाद, प्रो. किरण बाला, ई. जितेंद्र कुमार आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि हजारों छात्र उनसे प्रेरित होकर सामाजिक कार्यक्रम में प्रमुख भूमिका अदा कर रहे हैं. इस मौके पर हरिनारायण यादव, नारायण प्रसाद, डाॅ. महेंद्र सिंह, प्रो. पंकज कुमार, राकेश कुशवाहा, मनोज शर्मा, सुरेश कुमार, संतोष कुमार सिंह, सुनील कुशवाहा, उदय सिंह, भैरव प्रसाद, गणेश धनोतिया, संतोष छत्रवंशी, नागेंद्र पटेल, गणेश झा, अरविंद कुमार, रजनीश प्रियदर्शी, संजय कुमार साह, जितेंद्र दत्ता, कृष्णा साह, रामबाबू शर्मा, पूर्णिमा भारती सहित अन्य मौजूद रहे.
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