मोतिहारी.बंजरिया के खड़वा पुल के पास से 1.95 लाख भारतीय जाली नोट के साथ पकड़े गये तीन तस्करों ने चौकाने वाला खुलासा किया है. तीनों ने पुलिस काे बताया है कि इससे पहले जाली नोट की तीन बड़ी खेप जम्मू कश्मीर तक पहुंचा चुके हैं. चौथी बार नेपाल से जाली नोट की खेप लेकर मोतिहारी के रास्ते पहले दिल्ली जाते. वहां से जम्मू कश्मीर पहुंच जाली नोट की डिलीवरी देते. इसके एवज में उन्हें मोटी रकम मिल रही थी. एसपी कांतेश कुमार मिश्र न बताया कि गिरफ्तार जाली नोट के तस्करों में भागलपुर इशाकचक का रहने वाला मो. नजरे शमसाद, भोजपुर सहार का रहने वाला मो वारिस व पटना सिगोरी का मो. जाकीर हुसैन शामिल है. तीनों के पास से पांच सौ का 390 पीस भारतीय जाली नोट, चोरी की एक बाइक व काला रंग का पिट्ठू बैग मिला है. एसपी ने बताया कि गुरुवार को सूचना मिली कि तीन तस्कर नेपाल से जाली नोट की खेप लेकर मोतिहारी के रास्ते बाइक से जाने वाले है. सूचना के बाद बंजरिया खड़वा पूल के पास वाहन जांच शुरू की गयी. वहीं सुगौली से लेकर बंजरिया तक सादे लिबास में पुलिस टीम की फिल्डिंग लगायी गयी. इस दौरान एक बाइक पर सवार तीन संदिग्ध युवकों को रोका गया. उनके पास एक पिट्ठू बैग था. उसकी तलाशी ली गयी तो पांच-पांच सौ के 390 पीस नोट बरामद हुआ. बरामद नोट की जांच-पड़ताल की गयी तो वह नकली था. बंजरिया थाने में तीनों तस्करों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. छापेमारी में सदर एएसपी शिखर चौधरी,बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान,दारोगा कामेश्वर सिंह, संजय कुमार यादव, त्रिभुवन कुमार,किशन कुमार पासवान, जमादार भानू प्रताप दूबे, परमानंद ठाकुर, जिलाआसूचना इकाई के दारोगा अम्बेश कुमार, सिपाही लव कुमार, शिव शंकर, अविनाश कुमार सहित अन्य शामिल थे. जम्मू कश्मीर का सरफराज है जाली नोट का मुख्य तस्कर, पाकिस्तान से है उसका कनेक्शन, पाकिस्तान से नेपाल आता है जाली नोट, वहां से भारत में होती है डिलीवरी मोतिहारी . बंजरिया खड़वा पूल के पास से 1.95 लाख भारतीय जाली नोट के साथ पकड़े गये तीनों तस्करों का रिंग मास्टर जम्मु काश्मीर में बैठा मो सरफराज है. उसका कनेक्शन पाकिस्तान से है. इसका खुलासा पुलिस की पूछताछ में तीनों गिरफ्तार तस्करों ने किया है. बताया जाता है कि सरफराज पाकिस्तानी जाली नोट के धंधेबाजों के इशारे पर काम करता है. पाकिस्तान से जाली नोट की खेप नेपाल पहुंचाता है. वहां से विभिन्न रास्तों से होकर जाली नोट का खेप भारतीय मूल्कों तक पहुंचाया जाता है. गिरफ्तार तीनों धंधेबाज जम्मु काश्मीर के रहने वाले सरफराज के चैनल से जुड़़े है. पुलिस की माने तो भागलपुर का नजरे, भोजपुर का वारिस व पटना का जाकीर तीनों ने मिलकर अबतम दस लाख से अधिक के भारतीय जाली नोट जम्मु काश्मीर तक पहुंचा चुके है. नेपाल में रहने वाले दो शक्सों केक पास पाकिस्तान से जाली नोट पहुंचता है. इसबार भी नजरे को नेपाल में उन्हीं दोनों शक्स ने जाली नोट दिया था. पुलिस का कहना है कि तीनों तस्करों के पास से बरामद जाली नोट उच्च क्वालिटी के है. नोट जाली है या नहीं, यह आम आदमी के पहचान से बाहर है. एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि जांच एजेंसिया सरफराज के बारे में पता लगा रही है. एनआईए, आइबी व आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने की पूछताछ जाली नोट के साथ गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ करने भारत की कई सुरक्षा एजेंसिया पूछताछ करने मोतिहारी पहुंची. एनआइए के साथ आईबी, मिलीट्री इंटेलिजेंस के पदाधिकारियों ने बंजरिया थाना में तीनों तस्करों के घंटों पूछताछ की. उन्हें कुछ इनपुट मिला है. जिसके आधार पर जांच एजेंसिया आगे की कार्रवाई में जुटी है.
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