मोतिहारी.शहर के कोल्हुअरवा मोहल्ला से लापता किशोरी का अबतक सुराग नहीं मिला. इस बीच उसके परिजनों ने दावा किया है कि मुफस्सिल थाने के फुर्सतपुर धनौती नदी किनारे से बरामद सड़ा-गला शव उनकी लापता पुत्री की है. परिजनों ने दुष्कर्म के बाद साक्ष्य मिटने के लिए शव को नदी किनारे फेंकने की आशंका जतायी है. किशोरी की गुमशुदगी का मामला नगर थाने में दर्ज है.परिजन तीन-चार दिनों से मुफस्सिल व नगर थाना का चक्कर लगा रहे है, पुलिस को बता रहे है कि बरामद शव उनकी पुत्री का है, लेकिन उनके दावे को पुलिस नजर अंदाज कर रही है. पुलिस का कहना है कि पहले दिन जब परिजन थाना पर आये तो उन्हें फोटो दिखाया गया. परिजनों ने पहचानने से इंकार कर दिया.अब आकर कह रहे है कि बरामद शव उनकी बेटी का है. वैसे पुलिस का यह भी कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया था.अज्ञात शव होने के कारण उसके डीएनए प्रोफाइल को सुरक्षित रखा गया है. जांच के लिए डीएनए प्रोफाइल को एफएसएल भेजा जायेगा. मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि नगर थाना के सहयोग से नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. बताते चले कि 16 जून को किशोरी अपने घर पर थी. दर्ज प्राथमिकी में उसकी मां ने कहा है कि नौशाद नामक युवक उसे घर से बहला-फुसला कर ले गया. कुछ लोगों ने कम उम्र की लड़की को देख उससे पूछताछ शुरू की. इस बीच नौशाद भाग निकला.तबतक किशोरी भाग कर मुन्ना पासवान के घर में छुप गयी.इस दौरान रंजन पासवान, गुड्डू साह के अलावा दो अन्य युवक आये. घर पहुंचाने के बहाने लड़की को ऑटो पर बैठा लेकर चले गये. उसके बाद से उसका कोई सुराग नहीं मिला. उक्त दोनों आरोपितों से पूछताछ करने पर कभी छतौन तो कभी जानपुल छोड़ने की बात कही थी. नौशाद को पुलिस ने उसी दिन पकड़ न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. अब खुलासे के बाद प्राथमिकी के नामजद आरोपितों की खोजबीन में पुलिस जुट गयी है.
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