रक्सौल.रक्सौल में शादी करने के लिए आयी एक बरात रविवार को बैरंग लौट गयी. मोतिहारी के बंजरीया साहु टोला से रक्सौल राम जानकी मंदिर में बरात आयी थी. समय से सभी तरह के वैवाहिक कार्यक्रम सामान्य तरीके से चल रहे थे. वरमाला के बाद बराती भोजन करने चले गये. कन्या निरीक्षण की रस्म होनी थी. रविवार की शाम रक्सौल में उमस के साथ गर्मी काफी अधिक थी. इसी बीच कन्या निरीक्षण के लिए आयी दुल्हन गर्मी से बेहोश होकर गिर गयी. शादी का खुशनुमा माहौल एक ही पल में बदल गया. दूल्हा ललन कुमार का छोटा भाई जो खुद को डॉक्टर बता रहा था, बोलने लगा कि दुल्हन को गंभीर बीमारी है, इसलिए यह शादी नहीं हो सकती है. इसके बाद लड़की पक्ष की ओर से काफी मान मनौव्वल किया गया. लड़का पक्ष शादी नहीं करने की बात पर अडिग रहा. इसके बाद दूल्हा, उसके पिता व परिवार के कुछ सदस्यों को बंधक बना लिया गया. सुबह सामाजिक लोगों ने पहल शुरू की. पंचायत के दौरान जो बात सामने आयी, उसके अनुसार लड़का पक्ष की ओर से बेवजह सामान्य बात को तूल देकर शादी से इंकार किया गया था. मंदिर परिसर में तीन से चार घंटे की पंचायती के बाद निर्णय हुआ कि लड़का पक्ष लड़की पक्ष को विवाह समारोह में आया सभी खर्च का भुगतान करेगा. इसपर सहमति बनने के बाद रक्सौल से यह बरात बैरंग लौट गयी. थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा ने बताया कि मामले में सामाजिक समझौते के बाद दोनों पक्षों ने आपसी सुलह किया है. इधर, शहर में सोमवार को इसकी चर्चा चारों तरफ रही और सभी लोग लड़का पक्ष के व्यवहार को गलत बताते हुए पूरे प्रकरण के लिए वर पक्ष को जिम्मेवार ठहरा रहे थे.
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