कोटवा.प्रखंड के दिपउ में समवती नदी पर बना पुल किसी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है. पुल की हालत यह है कि यह कभी भी जमींदोज हो सकता है, जिससे अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. पिछले साल बरसात के मौसम में नदी में बाढ़ आने से यह पुल जर्जर हो गया था. बावजूद प्रशासन इसे मरम्मत कराने या फिर नया पुल बनाने की दिशा में सार्थक कदम नहीं उठा रही है. लिहाजा लोगों को काफी परेशानी हो रही है. गौरतलब है कि बड़हरवा- दिपउ गांव को जोड़ने वाली पथ पर दिपउ में समवती नदी पर यह पुल है. यह पथ लोगों के लिए काफी लाभप्रद है. प्रतिदिन कई दो पहिया, चार पहिया वाहनों का आवागमन होता है. नदी के उस पार दिपउ, राजापुर, अहिरौलीय, करारिया, कल्याणपुर, आमव सहित कई गांव-टोले हैं. इन गांवों से प्रतिदिन हजारों लोगों का इसी पथ से होकर आवागमन होता है. बाइपास के रास्ते दूसरे स्थानों तक जाने के लिए सरकारी अधिकारी भी कभी-कभी इसी पथ का सहारा लेते हैं, लेकिन जमींदोज होने के कगार पर पहुंच चुके इस पुल की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है.
समवती नदी से काफी कम उंचाई पर बना है पुल
दिपउ में बना यह समवती पुल नदी से काफी कम ऊंचाई पर है. बरसात के दिनों में पानी का बहाव तेज होने के बाद अक्सर पुल के ऊपर पानी भी चढ़ जाता है, जिसके चलते पुल की आज यह स्थिति हो गई है. कृष्णा कुमार सिन्हा उर्फ डॉ बबन सिन्हा ने बताया कि यह समवती पुल का निर्माण अंग्रेजों के जमाने में किया गया था. वहीं समाजसेवी सत्येंद्र यादव ने बताया कि अगर पुल को नहीं बनवाया जात है तो किसी बड़ी अनहोनी संभावना लगातार बनी रहती है.
हमने सदन में इसको बनाने के लिए आवाज उठाया था, लेकिन आज तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
मनोज कुमार यादव,विधायक,कल्याणपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है