नीलाम पत्र मामलों के निष्पादन को ले सप्ताह में दो दिन करें कोर्ट: डीएम
नीलाम पत्र मामलों के निष्पादन के लिए सप्ताह में कम से कम दो दिन मंगलवार व शुक्रवार को कोर्ट करने का निर्देश डीएम सौरभ जोरवाल ने दंडाधिकारियों को दिया है.
मोतिहारी.नीालम पत्र मामलों के निष्पादन के लिए सप्ताह में कम से कम दो दिन मंगलवार व शुक्रवार को कोर्ट करने का निर्देश डीएम सौरभ जोरवाल ने दंडाधिकारियों को दिया है. कहा कि मामलों के निष्पादन की धीमी गति ठीक नहीं है. गुरुवार को समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन भवन के सभागार में नीलाम पत्र वादों की समीक्षा करते हुए कई अहम टास्क अधिकारियों को दिये और उसका सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया. कहा कि कोर्ट के माध्यम से सभी बकायदारों को नोटिस जारी की जाये और अगर जरूरत पड़े तो वारंट भी निर्गत किया जाये. वारंट की तमिला थाना के माध्यम से कराने का निर्देश दिया.कहा कि बैंक के बड़े बकायेदारों को चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर आगे की गतिविधियों को अंजाम दिया जाए. एलडीएम ने बताया कि जिला में संचालित विभिन्न बैंकों के करीब बीस हजार से अधिक मामले नीलमपत्र वाद दायर है जिसमें सबसे अधिक भारतीय स्टेट बैंक, बैंक आफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक एवं सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया का है. मौके पर अपर समाहर्ता सह प्रभारी उप विकास आयुक्त मुकेश कुमार सिंहा,अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन सह प्रभारी नीलाम पत्र वाद राजेश्वरी पांडे के अलावा सभी अनुमंडल पदाधिकारी, डीसीएलआर, अंचलाधिकारी एलडीएम एवं बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. बच्चियों को जन्म देने वाली माताओं को बेबी कीट व पौधा देकर डीएम ने किया सम्मानित मोतिहारी. बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गुरुवार को समाहरणालय स्थित डॉ.राधाकृष्णन भवन के सभागार में बेटी जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया गया.समारोह में बच्चियों की जन्म देने वाली तीस माताओं को बेटी कीट व पौधा देकर सम्मानित किया गया. डीएम सौरभ जोरवाल ने बेटियों की बेहतरी के लिए चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए जागरूकता जरूरी है. माताओं को बच्चियों की उच्च शिक्षा दिलाने के लिए डीएम ने प्रेरित किया. समाज में बेटियों की महत्व की जानकारी दी. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कविता कुमारी के द्वारा बेटी बचाओ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी.कहा कि समाज में बेटी के जन्म को उत्सव के रूप में मनाने के जरूरत है. बेटी घर की लक्ष्मी होती है. बेटी को सबसे पहले उसके स्वास्थ्य को लेकर भी अभिभावक को जागरूक होने की जरूरत है. उन्हें उचित पोषण दिया जाए ताकि इनका सही से विकास हो सके और आगे आने वाली पीढ़ी भी स्वास्थ्य एवम शिक्षित हो. मौके पर जिला मिशन समन्वयक, निधि कुमारी आदि मौजूद थे.
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