मधुबन.दुलमा के बारा पाकड़ निवासी अहमद अंसारी एके-47 डिलेवरी करने वाला मास्टरमाइंड है. एके -47 एसाल्ट राइफल की डिलीवरी के लिये मुजफ्फरपुर के बदमाशों से सात लाख में सौदा फाइनल हुई थी.जबकि अंसारी के खाते में 12 लाख रुपये भेजे गये थे.एके-47 जैसे घातक हथियार की डिलीवरी में पूरे नेक्सस की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए)के द्वारा शुरू कर दी गयी है.इस कड़ी में एनआईए की एक टीम दुलमा पंचायत के वार्ड नम्बर 8 बारा पाकड़ निवासी अहमद अंसारी के घर पर पहुंचकर परिजनों कड़ी पूछताछ की है. जिसके बाद एक बार फिर इलाके में एके-47 रायफल की चर्चा शुरू हो गयी हैं.
नार्थ इस्ट बना हथियार डिलीवरी का एपिक सेंटर
दीमापुर नार्थ इस्ट का एक प्रमुख शहर है.जो बर्मा की सीमा से लगाता हुआ इलाका है.जहां अहमद अंसारी गैराज चलाने के साथ ही एके 47 जैसे घाघत हथियारों, वाकी-टाकी समेत कई प्रतिबंधित हथियारों की डिलीवरी करता है.एनआइए अब अहमद अंसारी व उससे जुड़े नेक्सस को क्रैक करने में जुट गयी है.एनआईए यह पता लगाने में जुटी हुई है.अंसारी अन्य किन-किन संगठनों व अपराधियों को हथियार सप्लाई किया है.इसके साथ ही अंसारी का संबंध किसी आंतकी संगठन या देश के अंदर अशांति फैलाने वाले उग्रवादी संगठनों से है.जिस बिंदु पर बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है