अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ आज, व्रतियों ने रखा खरना का व्रत
आस्था एवं विश्वास का महापर्व चैती छठ के दूसरे दिन शनिवार को व्रतियों द्वारा खरना का व्रत रखा गया.
माेतिहारी. आस्था एवं विश्वास का महापर्व चैती छठ के दूसरे दिन शनिवार को व्रतियों द्वारा खरना का व्रत रखा गया. कल व्रतियों द्वारा अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक व्रतियों द्वारा उपवास रखा गया. शाम को गोधली के समय स्नान आदि कर साफ कपड़े पहन मिट्टी के बने चूल्हों पर साठी के चावल एवं गुड़ को मिलाकर खीर बनाया गया. आटे की घी में रोटी बनाकर छठी मईया को प्रसाद अर्पित किया गया. उसके व्रतियों द्वारा प्रसाद ग्रहण करने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा प्रसाद ग्रहण किया गया. इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ हो जायेगा. इधर बाजार में आज भी छठ सामग्रियों की खरीदारी होती रही. बाजार में बोरी, अरूई, सुथ्नी तथा आदि मिलाकर सौ रुपया में बिक रहा है, जबकि ईख 20 से 30 रुपया जोड़ा बिक रहा है. वहीं दउरा 150 रुपये से लेकर 250 रुपया, डगरा 80 रुपया से लेकर 150 रुपया, कलश दीपक एवं कोशी भरने की सामग्री 150 से लेकर 250 रुपया में बिक रहा है.मूली 40 रुपये प्रति किलो बिका. इसके अतिरिक्त खीरा 30 रुपये किलो, सेवा 120 से 150 रुपये प्रति किलो, नारंगी 100 रुपये किलो बिक रहा है. बताया जाता है कि छठ की खरीदारी कल तक जारी रहेगा.