युवाओं को संभालनी होगी हमारी समृद्ध ज्ञान परंपरा की विरासत
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में पूरे हर्षोल्लास के साथ 78वां स्वाधीनता दिवस मनाया गया. केविवि के गाँधी परिसर में कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने ध्वजारोहण किया.
मोतिहारी.महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में पूरे हर्षोल्लास के साथ 78वां स्वाधीनता दिवस मनाया गया. केविवि के गाँधी परिसर में कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने ध्वजारोहण किया एवं विवि परिवार को स्वाधीनता दिवस की शुभकामनाएं दी. ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के पश्चात स्वाधीनता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि शताब्दियों के सतत संघर्ष एवं कई पीढ़ियों के बलिदान के पश्चात हमने यह स्वतंत्रता प्राप्त की है. भारत मां के उन सभी वीर सपूतों को आज मैं नमन करता हूं जिन्होंने राष्ट्र यज्ञ में आहुति दी और देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मैं विशेष रूप से महात्मा गांधी जी को स्मरण करता हूं जिन्होंने देश के जनमानस को एकत्रित कर स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया.हमारा चंपारण अंग्रेजों के अत्याचार का एक बड़ा केंद्र था. इसी चंपारण की धरती से गांधी जी ने अग्रेजों के विरुद्ध अपने संघर्ष की शुरुआत की। चंपारण का कण-कण उस इतिहास का साक्षी है.
“जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ” के पवित्र भाव को आत्मसात कर हमारे पूर्वजों ने जो सपना देखा था, आज विकसित भारत के संकल्प के साथ हम उस दिशा में अग्रसर हो रहे हैं.आज हमें विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था और चौथी सामरिक शक्ति होने का गौरव प्राप्त है। इस आमृतकाल में हम वसुधैव कुटुंबकम् की पवित्र धारणा के साथ अब हम वैश्विक समस्याओं के समाधान की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और दुनिया के देश आज हमारी ओर आशा भरी दृष्टि से देख रहे हैं। यह आमृतकाल भारत के नेतृत्व का काल है.कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति जी के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के चित्र पर माल्यार्पण, ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान से हुआ। एनसीसी के कैडेटों ने कुलपति जी को गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी.धन्यवाद ज्ञापन गाँधी परिसर के निदेशक प्रो. प्रसून दत्त सिंह एवं संचालन समाजशास्त्र विभाग की सहायक आचार्या डॉ. श्वेता ने की.
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