मोतिहारी. नेपाल के जल अधिग्रहित क्षेत्रों में हो रही मुसलाधार बारिश से पूर्वी चंपारण जिले की नदियां उफान पर हैं. बाढ़ आने का खतरा बढ़ गया है. बूढ़ी गंडक समेत पांच नदियों का जल स्तर खतरे के निशान पर आ गया है. बूढ़ी गंडक, गंडक, गंडक चटिया, लालबेगिया सिकराहना, लालबकेया गोआबारी आदि नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. ग्रामीणों के अनुसार, जिस हिसाब से पानी का बढ़ाव हो रहा है. यही सिलसिला जारी रहा तो फिर पहले नीचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलेगा और उसके बाद गांवों व खेतों में प्रवेश करेगा. बंजरिया के तिरवाह में बहने वाली गंडक नदी पूरी तरह से लबालब हो गयी है, जिससे आस-पास के गांवों जैसे सिस्वनिया, मोहम्मदपुर, जटवा, गोबरी, मुखलिसपुर, खैरी, सुन्दरपुर आदि गांवों में पानी का खतरा मंडरा रहा है. इधर हालात को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है. अंचलाधिकारियों को पूरी तरह से मुस्तैद कर दिया गया है और अपने अपने क्षेत्र की नदियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है. डीएम सौरव जोरवाल ने बताया कि तटबंधों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. पानी के दबाव वाले स्थलों की निगरानी की जा रही है. पानी बढ़ने के साथ नदियों के कटाव से लोगों में दहशत पानी बढ़ने के साथ नदियों में कटाव भी होने लगा है, जिससे लोगों में दहशत देखा जा रहा है. बंजरिया प्रखंड के बूढ़ी गंडक नदी के किनारे पर बसा खैरी, गोबरी, सुन्दरपुर, जनरेवा आदि गांवों में कटाव होने से परेशानी देखी जा रही है. पूर्व जिला पार्षद ओजैर अंजुम ने बताया कि अधिक कटाव खैरी में हो रही है. उन्होंनें जिला प्रशासन से कटाव रोधी कार्य इन स्थलों पर कराने की मांग की है. इन नदियों का जल स्तर खतरे के निशान पर जिला आपातकालीन संचालन केंद्र से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार, लालबकेया गोआबारी- 71.12 एमटीआर, लालबेगिया सिकराहना-63.195 एमटीआर, गंडक चटिया- 69.147 एमटीआर, डुमरियाघाट गंडक-62.22 एमटीआर व अहिरौलिया बूढ़ी गंडक-59.62 एमटीआर पानी का स्तर है जो खतरे के निशान पर है.
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