बृजकिशोर प्रसाद कुशवाहा, हरसिद्धि . लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद जहां प्रखंड के चौक-चौराहे पर चुनाव में जीत और हार की चर्चा चल रही थी, वहीं शनिवार की रात 11 बजे गोवा से आयी दुखद खबर ने प्रखंड का माहौल गमगीन कर दिया. साउथ गोवा में प्रखंड के चार मजदूरों की मौत हो गयी.चार अन्य मजदूर घायल हो गये. दूसरों का घर बनाने के लिए गोवा गये स्थानीय मजदूरों के खुद का आशियाना उजड़ गया. उनकी इस हादसे में मौत हुई है, सभी गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले परिवार से आते हैं. किसी के घर पर पक्की छत नहीं है. यहां काम नहीं मिला, तो परिवार का भरण पोषण करने के लिए हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर गोवा गये मजदूरों तथा उनके परिवार के लोगों ने यह बिल्कुल नहीं सोचा था कि नियति इस तरह से उनकी परीक्षा लेगी. रविवार की सुबह तक यह बात चारों तरफ आग की तरह फैली और जिसने जहां से सुना पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचने लगा. वहीं अब स्थानीय लोग इस हादसे में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ होने की कामना करते हुए मृतकों के परिवार को उचित सरकारी सहायता देने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि 15 दिन पहले ही ये सभी लोग गोवा गये थे, लेकिन यह कोई नहीं जानता था कि जो गोवा जा रहे हैं, वे अब कभी लौट कर नहीं आयेंगे. गायघाट के घुटली और मुरारपुर में जहां के मजदूरों की मौत हुई है, वहां रविवार को गांव में चूल्हे नहीं जले. मृतकों के परिवार में मची चीख पुकार से सबका कलेजा फटा जा रहा था. कोई बेटा के लिए रो रहा था, तो किसी महिला का सुहाग उजड़ गया था. सभी की शादी हो चुकी थी और सभी के बच्चे अभी काफी छोटे हैं. इस घटना ने उन सबके सामने दुखों का पहाड़ खड़ा कर दिया है. पूर्वी चंपारण के श्रम अधीक्षक सत्य प्रकाश ने बताया कि श्रम विभाग के नियमानुसार जो मुआवजा का प्रावधान है, वह पीड़ित परिवार को उपलब्ध कराया जायेगा. अंचलाधिकारी कनकलता ने बताया कि राजस्व कर्मचारी के माध्यम से भी पूरी जांच करायी जा रही है जो रिपोर्ट जिला को सौंपी जायेगी.
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