लाखों की आबादी वाले कोटवा में नहीं है आग बुझाने वाली गाड़ी

प्रखंड में अग्निशमन की एक भी गाड़ी नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2024 10:21 PM

कोटवा . इन दिनों प्रचंड गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण लोग परेशान है. तेज धूप के कारण धरती आग उगल रही है. जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में अगर तपती धूप में कहीं थोड़ी सी भी चूक हुई तो एक चिंगारी गरीब के आशियाने को जलाकर खाक कर देती है. आग बुझाने के लिए काफी पानी की आवश्यकता पड़ती है.अगर कहीं आग लगती है तो लोग सबसे पहले आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को सूचना देते हैं. अप्रैल-मई माह में अब तक कई जगह भीषण अगलगी की घटना घटित हो चुकी है. जिसमें गरीब परिवार का सब कुछ जलकर खाक हो जाने से खुले आसमान के नीचे जीवन व्यतीत करने के अलावा कोई और चारा नहीं है. बावजूद प्रखंड में अग्निशमन की एक भी गाड़ी नहीं है. अग्निशमन की गाड़ी नहीं रहने से अगलगी की घटना होने से परेशानी बढ़ जाती है. जिसके कारण लोगों का सब कुछ जलकर स्वाहा हो जाता है. लगभग एक लाख 68 हज़ार की आबादी वाले इस प्रखंड में एक भी अग्निशमन विभाग की गाड़ियां नहीं रहने से जब तक अनुमंडल मुख्यालय से सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचती है, तब तक सब कुछ जल चुका होता है. इतनी आबादी में कम से कम एक छोटी और एक बड़ी अग्निशमन की गाड़ियां होनी चाहिए ताकि बड़ी बर्बादी होने से बचाया जा सके. ताज्जुब की बात है कि प्रखंड में अगर अगलगी की घटना होती है तो इसके लिए पर्याप्त साधन नहीं है न तो पर्याप्त अग्निशमन वाहन है और ना ही कर्मचारी. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आग लगने पर तुरंत काबू नहीं पाया जा सकता है. जिसके कारण अधिकांश मामले में आग जब गरीबों के आशियाने व सबकुछ स्वाहा कर चुकी होती है तब फायर ब्रिगेड की गाड़ियां सिर्फ राख ठंडी करने पहुंचती है. फायर ब्रिगेड पहुंचने तक सब कुछ समाप्त हो चुका होता है.बताते चलें कि गुरुवार के दिन प्रखंड क्षेत्र में 7 गाँव मे आग लगी है. वही प्रखंड में दर्जनों लोगों ने बताया कि प्रखंड में एक भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं है. अगर समय रहते फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचती तो आज इन गरीबों की आशियाना वह इतनी बड़ी बर्बादी नहीं होती. जबकि कुछ वर्ष पहले थाने में अग्निशामक एक छोटी गाड़ी थी. वही अभी प्रखंड में अग्निशमन विभाग के द्वारा नही अपना कार्यालय बनाया गया है ना ही अपनी जमीन है और ना ही एक भी अग्निशमन की गाड़ियां हैं. प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों लोगों ने बताया कि इतनी बड़ी आबादी के लिए कम से कम एक बड़ी और एक छोटी अग्निशमन विभाग को गाड़ी देना चाहिए,ताकि अगलगी की घटना पर समय रहते क्या कहते है अधिकारी* कोटवा प्रखंड को अग्निशमन की गाड़ी उपलब्ध नही है.आगलगी की घटना होने पर पिपराकोठी से मांगना पड़ता है.जल्द ही वरीय पदाधिकारी व विभाग का पत्राचार के माध्यम से ध्यान आकृष्ट किया जाएगा. मोनिका आनंद अंचलाधिकारी, कोटवा

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