बार-बेंच का सामंजस्य होना आवश्यक : न्यायमूर्ति
जिला विधिज्ञ संघ के मेन हाॅल में न्यायधीश ने अधिवक्ताओं को किया संबोधित.
मोतिहारी.मैं भी आप ही के परिवार से हूं, मेरा अस्तित्व विधिज्ञ संघ से ही हैं. बार बेंच का अन्योनाश्रय संबंध हैं. एक के बिना दूसरा अधूरा है. दोनों मिलकर काम करेंगे, तो मामले का निष्पादन में गति आएगी. उक्त बातें शनिवार को जिला विधिज्ञ संघ के मेन हाॅल में अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह पूर्वी चंपारण के निरीक्षी न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रभात कुमार सिंह ने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कही. इस दौरान विधिज्ञ संघ के चुनाव अधिकारी वरिष्ठ अधिवक्ता रामाकांत शुक्ल कामाख्या नारायण सिंह, राजीव कुमार द्विवेदी, शेष नारायण कुंवर, शम्भू शरण सिंह, नवल किशोर पाण्डेय, जयराम सिंह, अखिलेश प्रसाद, नरेंद्र देव सहित कई अधिवक्ताओं ने न्यायमूर्ति श्री सिंह एवं जिला जज देवराज त्रिपाठी एवं परिवार न्यायालय के न्यायाधीश अंजनी कुमार सिंह को बुके एवं शाल से सम्मानित किया. न्यायमूर्ति श्री सिंह ने अधिवक्ताओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना एवं समाधान का अश्वासन दिया. अधिवक्ताओं से मिलने के श्रीं सिंह तपिश भरी धूप में न्यायालय परिसर में घूम-घूमकर नवनिर्मित बने चार वाच टावर, लिटिगेंट शेड वाहन पड़ाव एवं पार्क का उद्घाटन किया. साथ ही न्यायालय परिसर में फलदार वृक्ष लगाए तथा नवनिर्मित शौचालय का निरीक्षण किया. न्यायमूर्ति न्यायालय परिसर के साफ सफाई को देख संतोष व्यक्त किये. सभा का संचालन चुनाव पदाधिकारी के निर्देश से नरेन्द्र देव ने किया. मौके पर अधिवक्ता ओमप्रकाश, रामाकांत राकेश, मनोज कुमार तिवारी, धनंजय कुमार सिंह, सहित सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित थे.
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