सिकरहना.ढाका नगर परिषद के लहन ढाका मोहल्ला में 18 जुलाई को शौचालय की टंकी का शंटरिंग खोलने के दौरान एक मजदूर की जान बचाने के लिए मोहल्ले के तीन लोगों ने एक एक कर अपनी जान दे दी. घटना को भाइचारगी व इंसानियत की बेहतरीन मिसाल बताते हुए सिकरहना चैंबर ऑफ काॅमर्स द्वारा शनिवार को ढाका उच्च विद्यालय के सभागार में श्रद्धांजलि सभा सह एकता दिवस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता चैंबर के अध्यक्ष किशोर कुमार ने की. एसडीओ निशा ग्रेवाल भाप्रसे ने कहा कि हम सबों को अपने जीवन में इंसानियत को तरजीह व महत्व देनी चाहिए. निजी जीवन में हम चाहे जो धर्म मानते हो आपदा के समय में सिर्फ इंसानियत होनी चाहिए.लहन ढाका की घटना बड़ी दुखद है.बडी बात यह है कि एक दूसरे को बचाने में चार लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी.सत्य बात है कि किसी भी एरिया का विकास तभी होता है जब वहां शांति रहती हैं. ढाका के लोग नेक हैं . चैंबर ऑफ कामर्स के लोग हर मुश्किल दौर में प्रशासन की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं. डीएसपी अशोक कुमार ने कहा कि देवेंद्र को बचाने के लिए जिस तरह एक के बाद एक कर चार लोगों ने अपने प्राण त्याग दिए जो लोगों के प्रेम एवं भाईचारा को दर्शाता है. धर्म भाईचारगी में बाधक नहीं बनना चाहिए. कहा चैंबर ऑफ कामर्स के लोग हर मुश्किल दौर में प्रशासन की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं. अशांत व लड़ाई झगड़े वाली जगहों पर बडे़ कारोबारी क्यों निवेश कर अपनी पूंजी फंसायेंगे. शांति से हीं होती है आर्थिक तरक्की. इस कार्यक्रम से मानवता को बढ़ावा मिलेगा इसके लिए धन्यवाद करता हूं. चैंबर ऑफ कामर्स के पदाधिकारियों ने कहा कि ढाका में हमेशा अमन चैन व आपसी भाईचारा कायम रहें इसके लिए चैंबर ऑफ कामर्स हमेशा काम करता रहेगा. मौके पर बीडीओ इस्माइल अंसारी, सीओ सतीश कुमार सिंह, बबलू सिंह, मो नुरैन, गोपाल जी सिंह, गनी हैदर, मो काजिम सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
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