मोतिहारी.चमकी के तीन मरीज मिले हैं. इन मरीजों में सिद्धांत कुमार (14 माह) मोतिहारी, अलीना खातून (18 माह) सिसवनिया बंजरिया तथा सिद्धांत कुमार अहिरौलिया चिरैया शामिल है. इन तीनों मरीज को पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया है. इन बच्चों में तेज बुखार, सिर और शरीर में दर्द होना, उल्टी होना, कमजोरी या सस्ती की वजह से बेहोशी आना तथा शरीर में ऐंठन होना जैसे लक्षण पाये गये. पीकू के नोडल पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार ने बताया वह कभी भी किसी समय आ सकता है. यह नहीं की मई, जून में ही आता है और जुलाई आते-आते समाप्त हो सकता है. इसमें भी कई तरह के सिस्टम होते हैं. बच्चों में निमोनिया या मेंजाइटिस होने पर भी इस प्रकार के सिस्टम हो सकते हैं. बताया कि इन बच्चों को मई-जून के महिनों में चमकी आया था. इन्हें डिस्चार्ज भी किया गया था. इन्हें बताया गया था कि लगातार तीन-चार सालों तक दवा खिलानी पड़ेगी, लेकिन परिजनों ने एक-दो माह माह दवा खिलायी और उसके बाद छोड़ दिया. नतीजतन बच्चे फिर से उसके चपेट में आ गये.इस संबंध में चिरैया अहिरौलिया निवासी ने बताया कि दवा खत्म हो गया. दवा खिलाना बंद कर दिया, फिर तबियत खराब हो गयी. निजी क्लिनिकों में ईलाज कराया, फिर तबियत खराब हो गयी. उसी तरह अलीसा का भी है. लगातार दवा नहीं खिलाये जाने के कारण उसकी तबीयत खराब हो गयी.
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